राजस्थान में बाजरा मुख्य अनाज होता है. बाड़मेर जैसलमेर बीकानेर और जोधपुर, जालोर जिलों में मुख्य खाद्यान बाजरा ही है.
नहरी पानी पिछले कुछ सालों में पहुंचा है. पहले यहां केवल खरीफ की फसल होती थी. रेगिस्तानी इलाका होने की वजह से बारिश का पानी ज्यादा दिन नहीं ठहरता. पर्याप्त बारिश हो जाए तब भी एक सप्ताह में जमीन का 5-6 इंच ऊपरी हिस्सा सूख जाता है. ऐसे में उन फसलों की पैदावर की जाती थी जो कम पानी में बेहतर पैदावर दे.यहां के किसान बाजरे की रोटी ही खाते है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी साल 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष घोषित किया है. हाल ही में संसद में पीएम मोदी की ओर से सभी सांसदों को भोज दिया गया था. उस कार्यक्रम में पश्चिमी राजस्थान से बुलाए गए लोगों ने मोटे अनाज का भोजन पकाया था.
बाजरे की रोटी खाने के फायदे | benefits of eating millet bread
बाजरा मोटे अनाज में आता है. उसमें विटामिन बी6, विटामिन बी3 और बी9 के साथ साथ आयरन और जिंक पाया जाता है. डाइट्री फाइबर और प्रोटीन के अलावा एंटीऑक्सीडेंट होते है. बाजारा मेहनत करने वालों लोगों के शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है.
स्किन में सुंदरता | scin care food
बाजरे की रोटी जो आदमी लगातार खाता है. उसके चेहरे की स्किन में खिंचाव रहता है. उस पर उम्र का असर भी कम दिखता है. इसमें जो पोषक तत्व होते है उसकी वजह से एजिंग साइन से बचा जा सकता है.
दिल का दौरा | Heart Attack
आजकल लोग दिल की बीमारी से जूझ रहे है. शहरी इलाकों में तला भुना और कम पौष्टिक भोजन करने से हार्ट अटैक के मामले बढ़ रहे है. ऐसे में अगर नियमित रुप से बाजरे की रोटी को अपने डिनर और लंच में शामिल किया जाए तो हार्ट अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है. बाजरे में मैग्निशियम होता है. मैग्निशियम दिल के लिए फायदेमंद होता है.
डायबिटीज को कंट्रोल करें | Diabetes control
बाजरे में फाइबर होता है. फाइबर कब्ज से छुटकारा दिलाता है. जिन लोगों को डायबिटीज है वो मरीज भी बाजरे का सेवन करें. बाजरे की रोटी खाने से ब्लड शुगर कंट्रोल में रहता है.
ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करे | Blood pressure
जिन लोगों का ब्लड प्रेशर हाई रहता है. जो लोग हाइपरटेंशन के शिकार है. उन लोगों को भी बाजरे की रोटी खानी चाहिए. बाजरे में मौजूद मैग्निशियम ब्लड शुगर को कंट्रोल रखता है. ब्लड शुगर कंट्रोल रहेगा तो आप हाइपरटेंशन के जोखिम को भी कम कर सकते है.
बाजरा शरीर को गर्म भी रखता है. राजस्थान के पश्चिमी इलाके जिसमें जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, बीकानेर, जालोर और पाली, नागौर के इलाके शामिल है. वहां पर बाजरे का सबसे ज्यादा सेवन किया जाता है. राजस्थान के रेगिस्तानी इलाकों का परंपरागत भोजन बाजरे की रोटी ही है. अब जब केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मोटे अनाज में बाजरे की रोटी को प्रमोट कर रहे है. तो बाजरा अपनी कमजोर होती पहचान को फिर से स्थापित करेग. देश में बाजरे की डिमांड बढ़ेगी तो इस इलाके के किसानों को भी फायदा होगा.न ( नोट- स्वास्थ्य से जुड़े फायदों के बारे में दी गई जानकारी सलाह मात्र है. हमेशा एक्सपर्ट डॉक्टर की राय लेने के बाद ही कोई उपाय अपनाएं )