पाकिस्तान (Pakistan) की हालत धोबी के कुत्ते जैसी हो रखी है। अब उसे न तो अमेरिका से भरपूर मदद मिल रही है और न ही चीन समेत कोई और देश से। पाकिस्तान को भारत के दोस्त रूस ने ऐसा झटका दिया है कि उसकी हालत और खराब होने वाली है।
पहले से ही पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था खराब हो चुकी है। रूस के इस फैसले से पाकिस्तान की हालत और पतली हो जाएगी।
प्रतिनिधिमंडल ने की थी अपील
दरअसल रूस से पाकिस्तान ने सस्ते तेल देने की अपील की थी, जिसके लिए पुतिन ने साफ-साफ मना कर दिया है। पाकिस्तान चाहता था कि जिस तरह से भारत को रूस सस्ता तेल दे रहा है, वैसे ही उसे भी मिले, लेकिन रूस ने मना कर दिया। मास्को में बातचीत के दौरान, पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, पेट्रोलियम राज्य मंत्री मुसादिक मलिक, एक संयुक्त सचिव और मास्को में पाकिस्तानी दूतावास के अधिकारियों के नेतृत्व में एक पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने इस छूट का अनुरोध किया था।मिली जानकारी के अनुसार दोनों देशों के बीच यह बातचीत स्पष्ट निष्कर्ष के बिना समाप्त हो गई।
इमरान जा चुके हैं मास्को
पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान सस्ते तेल को लेकर वर्तमान शरीफ सरकार की आलोचना भी करते रहे हैं। इमरान खान जब पीएम थे, तब खुद मास्को गए थे, तब यूक्रेन के साथ रूस की तनातनी बढ़ चुकी थी। इमरान हाल के दिनों में कई बार दावा कर चुके हैं कि वो सस्ते तेल के लिए ही रूस गए थे। अगर उनकी सरकार नहीं जाती तो भारत की तरह पाकिस्तान भी सस्ते तेल का मजा उठा रहा होता।
डूब जाएगी अर्थव्यवस्था
पाकिस्तान पहले ही कंगाल हो चुका है। महंगाई चरम सीमा पर है। पैसों को लिए कभी गधों को चीन को बेच रहा है तो कभी खाड़ी देशों के सामने मदद की गुहार लगा रहा है। उसे उम्मीद थी कि जब उसे रूस से सस्ता तेल मिल जाएगा तो उसकी अर्थव्यवस्था भी सुधर जाएगी और महंगाई से भी जनता को राहत मिल जाएगी।