रत्न विज्ञान अनुसार रत्न का चुनाव बहुत ही सावधानी पूर्वक करना चाहिए। क्योंकि अगर आपने कुंडली का विश्लेषण के बिना रत्न धारण कर लिया तो वह लाभ की जगह नुकसान दे सकता है। आपने देखा होगा कुछ लोग शौक- शौक में रत्न पहन लेते हैं, तो कि गलत है।
यहां हम बात करने जा रहे हैं आज मोती रत्न (Moti Stone) के बारे में, जिसका संबंध चंद्र ग्रह से माना जाता है। आइए जानते हैं मोती किन राशि वालों को धारण करने से बचना चाहिए।
वैदिक ज्योतिष के अनुसार मकर, वृष, तुला और कुंभ राशि के लोगों को मोती धारण करने से बचना चाहिए। क्योंकि इस राशियों के स्वामी से चंद्र देव से शत्रुता रखते हैं। अगर आप चंद्रमा पहनेंगे तो मानसिक परेशानी हो सकती है। साथ ही व्यापार में घाटा हो सकता है। वहीं मोती के साथ नीलम और गोमेद नहीं पहनना चाहिए। क्योंकि शनि और राहु के साथ चंद्र देव का शत्रुता का भाव है। मोती के साथ माणिक्य धारण कर सकते हैं।
ज्योतिष शास्त्र अनुसार सिंह लग्न वालों के लिए चंद्रमा ग्रह इनकी जन्मकुंडली में 12वें भाव के स्वामी माने जाते हैं। इसलिए सिंह लग्न वालों को मोती पहनने से बचना चाहिए। वहीं अगर आप मोती धारण करते हैं तो से पति-पत्नी के संबंधों में परेशानी आ सकती है। साथ ही कुंभ लग्न वालों को मोती नहीं पहननाचाहिए। क्योंकि कुंभ लग्न में चंद्रमा छठे स्थान का स्वामी माना जाता है। इसलिए मोती धारण करने से आपको शत्रु नुकसान पहुंचा सकते हैं। आपको अज्ञात का भय रह सकता है।
वहीं जिन लोगों की वृष लग्न है उन लोगों को मोती रत्न नहीं पहनना चाहिए, क्योंकि ऐसा करना उनके लिए काफी हानिकारक साबित हो होता है। वृष लग्न वाले अगर मोती रत्न धारण करते हैं तो उनको धनहानि हो सकती है। साथ ही भौतिक सुखों का अभाव रह सकता है।