जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने दिए निर्देश

जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने दिए निर्देश

हरियाली की ओर जिले का बड़ा कदम, इस बार लगाए जाएंगे 15 लाख पौधे

जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने दिए निर्देश

एडीए विकसित करेगा सघन वन, लगेंगे  2.5 लाख पौधे

स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, सरकारी विभाग, निजी संस्थाएं और बड़ी कम्पनियां, सभी होंगे एक साथ

     अजमेर,  मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के निर्देशों के तहत अजमेर जिले ने आगामी वर्षा ऋतु में हरियाली की ओर बड़ा कदम उठाने का निर्णय किया है। बारिश में अजमेर जिले में 15 लाख पौधे लगाए जाएंगे। अजमेर विकास प्राधिकारण भी विभिन्न स्थानों पर सघन वन विकसित करेगा। पौधरोपण के इस महा अभियान में स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, सरकारी विभाग, निजी संस्थाएं और बड़ी कंपनियों को भी जोड़ा जाएगा।

     जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने सोमवार को कलक्ट्रेट में आयोजित बैठक में सघन वृक्षारोपण अभियान की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि इस साल वृक्षारोपण अभियान को सफल बनाने के लिए सभी मिल कर काम करेंगे। इस अभियान में सभी सरकारी विभागों, स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, बिजली विभाग, पीडब्ल्यूडी, नेशनल हाइवे अथॉरिटी, पंचायतीराज विभाग सहित होटल एसोसिएशन, निजी संस्थाओं और प्राइवेट कंपनियों को भी जोड़ा जाएगा। उन्होंने अजमेर विकास प्राधिकरण को निर्देश दिए कि विभिन्न स्थानों पर सरकारी भूमि का चयन कर सघन वन विकसित करें। इसके लिए अतिशीघ्र स्थान चयन व अन्य तैयारियां पूरी कर ली जाएं।

     उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा के निर्देशों के तहत इस बार सभी को साथ लेकर वृक्षारोपण अभियान को सफल बनाना है। अजमेर में वन विभाग की नर्सरियों में पौधे तैयार कर लिए गए हैं। जहां-जहां पौधे लगाएं जाने हैं, वहां गड्ढे अभी से तैयार करवा लिए जाएं ताकि पहली बारिश आते ही वृक्षारोपण कर दिया जाए। वृक्षारोपण के बाद सारसंभाल और नियमित जांच भी करवाई जाएगी ताकि प्रगति की समीक्षा की जा सके।

     उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी और पानी की कमी वाले क्षेत्रों में वृक्षारोपण ही एकमात्र स्थायी समाधान है। गांवों में चारागाहों में भी पौधरोपण करवाया जाएगा ताकि पशुओं को छाया मिल सके। हर गांव के चारागाह को इसी तरह विकसित किया जाए कि वहां पेड़ों की कोई कमी ना रहे।

     वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि विभाग की नर्सरियों में पौधे तैयार हैं। इस बार इनकी दर 5 रूपए, 6, 10, 15 व 25 रूपए रखी गई है। सरकारी विभागों को 50 प्रतिशत की छूट रहेगी। उन्होंने बताया कि विभाग पौधों की आपूर्ति के लिए पूरी तरह तैयार है।

 

जिला कलक्टर ने विभिन्न बैठकों में दिए गुड गवर्नेंस के निर्देश

     जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने सोमवार को विभिन्न बैठकों में अधिकारियों को पूरी संवेदनशीलता के साथ गुड गवर्नेंस के जरिए आमजन को राहत देने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला पर्यावरण समिति की बैठक में आनासागर झील में किसी भी तरह गन्दे पानी की सप्लाई नहीं होनी चाहिए। सभी नालों का पानी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में स्वच्छ होने के बाद ही झील में छोड़ा जाए। इसी तरह अन्य झीलों व तालाबों में भी गन्दे पानी की आवक पर रोक लगाई जाए।

     उन्होंने निर्देश दिए कि शहरी क्षेत्रों में डम्पिंग यार्ड की उचित व्यवस्था हो, वहां सौलिड वेस्ट मैनेजमेंट के पुख्ता बंदोबस्त हों। अस्पतालों में कचरा निस्तारण की व्यवस्था पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग पूरी निगरानी रखे। परिवहन विभाग वाहन प्रदूषण की जांच करे। प्रदूषण नियंत्रण के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।

     जिला कलक्टर ने सभी उपखण्ड अधिकारियों व अन्य अधिकारियों को निर्देशित किया कि जलाशयों पर अतिक्रमणों को चिंहित कर उन्हें हटाया जाए। गन्दे पानी की आवक रोकी जाए। तालाबों व बांधों पर अतिक्रमण ना हों। पंचायतीराज विभाग भी छोटे तालाबों में पानी की आवक के रास्ते खुलवाए। जिला कलक्टर ने स्वच्छ भारत मिशन और अन्नपूर्णा रसोई योजना की भी समीक्षा की। उन्होंने अन्य योजनाओं में भी गंभीरता व संवेदनशीलता के साथ काम करने के निर्देश दिए।

साप्ताहिक समन्वय बैठक में दिए निर्देश

     अजमेर, । विभागों में आपसी समन्वय के लिए साप्ताहिक समन्वय बैठक का आयोजन सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित की अध्यक्षता में हुआ।

     जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने कहा कि जल जीवन मिशन के माध्यम से जिले के समस्त चिकित्सालयों, विद्यालयों, आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा पंचायत भवनों में नल कलेक्शन दिए जाए। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के द्वारा अवैध नल कनेक्शन काटने का कार्य लगातार किया जाए। इसमें बाधा उत्पन करने वालों पर पुलिस द्वारा कार्यवाही की जाएगी। इसको स्थानीय उपखण्ड अधिकारी द्वारा सीधी मॉनिटर करके सुनिश्चित किया जाए।

     उन्होंने कहा कि नगर निगम द्वारा शहर के सफाई से वंचित नालों की सफाई 15 जून तक करवानी है। जेएलएन चिकित्सालय के सेप्टिक टैंक को खाली करने के लिए बड़ा जेट पम्प लगाया जाए।

     इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर ज्योति कक्वानी, अजमेर विकास प्राधिकरण के उपायुक्त श्री भरतराज गुर्जर, लोक सेवाओं की सहायक निदेशक अपूर्वा परवाल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

 

नगर निगम ने जीती जलकुंभी से जंग, जिला कलक्टर ने पूरी टीम को दी शबासी

     अजमेर, । आनासागर झील के सौन्दर्य और जलीय जीवों के लिए खतरा बनी और पर्यटन क्षेत्र को बड़ा नुकसान पहुंचाने वाली जलकुंभी के खिलाफ जंग नगर निगम ने जीत ली है। निगम ने झील के बहुत बड़े हिस्से से जलकुंभी का सफाया कर दिया। जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने सोमवार को पूरी नगर निगम टीम को इसके लिए बधाई दी। उन्होंने निगम को शाबासी दी और कहा आप लोगों ने पूरे जज्बे के साथ इस मुश्किल काम को कर दिखाया।

     जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने सोमवार को साप्ताहिक समीक्षा बैठक में जलकुंभी निस्तारण के लिए अथक प्रयास करने पर निगम आयुक्त श्री देशलदान और टीम की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पूरे दो महीने तक जिन मुश्किल हालात में निगम की टीम ने काम किया, वह काबिले तारीफ है। निगम ने अजमेर की झील के सौन्दर्य और जलीय जीवों को बचा लिया। इससे पर्यटन को भी फायदा होगा।

     निगम के अधिकारियों ने दो महीने तक चले अभियान की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शुरूआत में थोड़ी परेशानी आई लेकिन टीम ने हार नहीं मानी। टीमें 12-12 घण्टे तक काम करती रहीं। झीले के चारों ओर जलकुंभी के निकासी पॉइंट तैयार किए गए। शुरूआत में 50 डम्पर तक जलकुंभी निकाली गई। इस क्षमता को शीघ्र ही बढ़ा कर पहले 100 डम्पर, फिर दो सौ डम्पर प्रतिदिन तक कर दिया गया। तेज हवाओं के कारण जलकुंभी निकालने में परेशानी आई लेकिन टीम डटी रही। मशीनों से और मैनुअली काम किया गया। अब बहुत थोड़े हिस्से में जलकुंभी है, उसे भी शीघ्र समाप्त कर दिया जाएगा।

     निगम के अधिकारियों ने बताया कि अधिकारी नीरी और नेशनल बॉटनिकल रिसर्च सेन्टर की टीम के साथ सम्पर्क में हैं। जलकुंभी समस्या का स्थायी समाधान किया जाएगा।