कहीं आपकी कुंडली में शनि भारी तो नहीं
शनि देव या शनि ग्रह को "कर्मफल दाता" का टैग दिया गया है, जिसका अर्थ है हमारे कार्यों का 'न्यायपूर्ण' प्रदाता. जहां एक ओर जब किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि अशुभ स्थिति में होता है तो ऐसे व्यक्ति को जीवन में तमाम तरह की परेशानियों और समस्याओं का सामना करना पड़ता है, वहीं दूसरी ओर कुंडली में मौजूद शुभ शनि भी कर सकता है.
हालांकि कई बार ऐसा होता है कि लोगों को पता ही नहीं चलता कि उन पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है और ऐसे में हम अनजाने में वही गलतियां दोहरा देते हैं जिससे शनि का प्रकोप और भी बढ़ जाता है. तो आज हम यह समझने की कोशिश करेंगे कि आपके जीवन में चल रहे शनि के प्रकोप के क्या लक्षण हैं
कुंडली में शनि देव की अशुभ उपस्थिति के ये हैं महत्वपूर्ण संकेत
यदि किसी व्यक्ति के जूते, चप्पल बार-बार टूटते या खोते हैं तो यह दर्शाता है कि उस व्यक्ति की कुंडली में शनि दोष मौजूद है.
इसके अलावा यदि आपकी कर्ज राशि लगातार बढ़ती जाती है तो यह भी संकेत करता है कि आपके जीवन में शनि की अशुभ उपस्थिति चल रही है.
जिन लोगों के बाल, दांत और आंखें समय से पहले कमजोर हो जाती हैं, वह भी कुंडली में शनि देव की उपस्थिति को अशुभ बताता है.
व्यक्ति के बाल तेजी से झड़ते हैं तो यह भी इस बात का संकेत है कि उस व्यक्ति के जीवन पर शनि का प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है.
जब किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि के अशुभ प्रभाव की पुष्टि होती है तो व्यक्ति के माथे का रंग बदलने लगता है.
शनि के अशुभ प्रभाव से व्यक्ति के परिवार, व्यवसाय या नौकरी में सब कुछ गड़बड़ा जाता है और व्यक्ति का व्यावसायिक जीवन भी बिगड़ने लगता है.
यदि किसी व्यक्ति का मन अचानक अनैतिक कार्यों की ओर झुकने लगे तो यह भी एक संकेत है कि शनि किसी की कुंडली में अशुभ स्थिति में है.
साथ ही यदि किसी की खाने की आदत अचानक से बदल जाए और व्यक्ति का झुकाव अचानक से तीखे, तैलीय मसालों या मांसाहारी भोजन की ओर होने लगे तो समझ लेना चाहिए कि ऐसा शनि के प्रकोप के कारण हो रहा है.
शनि के अशुभ होने का एक और संकेत यह भी है कि अक्सर देखा जाता है कि लोग अधिक झूठ बोलने लगते हैं और उनमें क्रोध और हताशा की भावना आ जाती है.
यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. स्वामी न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता है.