मंगल ग्रह हुए वक्री बनाया विपरीत राजयोग

: ज्योतिष शास्त्र अनुसार ग्रह समय- समय पर गोचर करते हैं। साथ ही गोचर के समय वह शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के योगों का निर्माण करते हैं। आपको बता दें कि मंगल ग्रह मिथुन राशि में वक्री हुए हैं। जिससे विपरीत राजयोग का निर्माण हो रहा है। इस योग का प्रभाव सभी राशियों पर देखने को मिलेगा। लेकिन 3 राशियां ऐसी हैं, जिनको इस समय विशेष धनलाभ और करियर में उन्नति हो सकती है। आइए जानते हैं ये राशियां कौन सी हैं… वृश्चिक राशि: विपरीज राजयोग आप लोगों को शुभ फलदायी साबित हो सकता है। क्योंकि आपकी गोचर कुंडली में मंगल ग्रह लग्न और छठे भाव के स्वामी हैं। इसलिए इस समय आपको शत्रुओं पर विजय प्राप्त हो सकती है। साथ ही कोर्ट- कचहरी के मामलों में सफलता मिल सकती है। साथ ही जीवन में अनुकूल परिणाम हासिल होंगे। इस दौरान अपने पार्टनर के साथ मिलकर आप जो भी निवेश करेंगे वह आपके लिए फायदेमंद साबित होगा। वहीं इस समय आपकी सेहत में कुछ गिरावट हो सकती है। तुला राशि :- आप लोगों के लिए विपरीत राजयोग का बनना शुभ फलदायी साबित हो सकता है। क्योंकि यह योग आपकी राशि से नवम भाव में बनने जा रहा है। जिसे भाग्य और विदेश यात्रा का स्थान माना जाता है। इसलिए इस समय आपको हर काम में भाग्य का साथ मिलता दिख रहा है। साथ ही इस समय विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं। इस अवधि में आपको अपने परिवार के साथ अधिक समय बिताने का मौका मिलेगा। साथ ही आप कोई नया व्यवसाय शुरू करने की योजना बना सकते हैं। मेष राशि: विपरीत राजयोग बनने से आप लोगों के अच्छे दिन शुरू हो सकते हैं। क्योंकि यह योग आपकी राशि से तीसरे स्थान में बन रहा है। जिसे साहस- पराक्रम और भाई-बहन का स्थान माना जाता है। इसलिए इस समय आपके साहस और पराक्रम में वृद्धि देखने को मिल सकती है। साथ ही भौतिक सुखों की प्राप्ति हो सकती है। वहीं जो लोग बेरोजगार हैं उनको नई नौकरी का प्रपोजल आ सकता है। इस सम आपको भाई-बहनों का सहयोग प्राप्त हो सकता है।

मंगल ग्रह हुए वक्री बनाया विपरीत राजयोग