‘‘स्वयंवर 2024’’ के पहले सिंधी युवक-युवती परिचय सम्मेलन
‘‘स्वयंवर 2024’’ के पहले सिंधी युवक-युवती परिचय सम्मेलन
सिंधी समाज के युवा वर्ग के बीच संवाद और संभावनाओं के नए द्वार खोले
भारतीय सिंधु सभा राजस्थान न्यास द्वारा आयोजित
अजमेरभारतीय सिंधु सभा राजस्थान न्यास द्वारा आयोजित ‘‘स्वयंवर 2024’’ के पहले सिंधी युवक-युवती परिचय सम्मेलन का उद्घाटन गीता भवन एवं खालसा हेरिटेज में धूमधाम से किया गया। समारोह की शुरुआत सिंधी इष्ट देव भगवान श्री झूलेलाल जी और भारत माता के चित्र पर दीप प्रज्वलन करके की गई।
सभा के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी ने सभा की विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने सिंधी समाज के युवाओं की सगाई में आने वाली समस्याओं पर चर्चा करते हुए भावुकता प्रकट की। उनके शब्दों में समाज के समक्ष आने वाली चुनौतियों और उन पर पार पाने के उपायों की चर्चा की गई।
समारोह के दौरान, अतिथियों ने स्वयंवर स्मारिका का विमोचन भी किया। यह स्मारिका इस महत्वपूर्ण आयोजन की ऐतिहासिकता और सांस्कृतिक महत्व को संजोने का कार्य करेगी। ष्स्वयंवर 2024ष् ने सिंधी समाज के युवा वर्ग के बीच संवाद और संभावनाओं के नए द्वार खोले, जिससे उनके भविष्य को साकार करने में मदद मिलेगी।
अजय पाल सिंह ने ‘‘स्वयंवर 2024’’ के उद्घाटन समारोह में भगवान श्री झूलेलाल का उद्घोष करते हुए इस परिचय सम्मेलन को एक महत्वपूर्ण धार्मिक कार्य बताया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन केवल सामाजिक मिलन का नहीं, बल्कि एक धार्मिक और सांस्कृतिक उद्देश्य को भी पूरा करने का माध्यम है। उनका मानना था कि इस प्रकार के सम्मेलन समाज में एकता और सहयोग की भावना को बढ़ावा देते हैं, जो धर्म और संस्कृति की रक्षा में सहायक होते हैं।
सभा के मार्गदर्शक कैलाशचन्द्र जी ने सिंधी समाज के युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि उनके माता-पिता ने उन्हें संस्कारों और मूल्यों से परिपूर्ण बनाया है। उन्होंने युवाओं को यह याद दिलाया कि माता-पिता के प्रति उनका कर्ज है, जिसे चुकाने के लिए उन्हें समाज में पुण्य कार्य और सेवा करनी चाहिए। कैलाशचन्द्र जी ने इस प्रकार के कार्यों के माध्यम से समाज की प्रगति और सशक्तिकरण में योगदान देने की प्रेरणा दी।
सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकेश लखवाणी ने सिंधु सभा के कार्यों और उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि संगठन जल्दी ही एक युवा सम्मेलन आयोजित करेगा। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य युवाओं को रोजगार, तकनीक, और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर कार्यशालाओं के माध्यम से सशक्त करना होगा। उन्होंने इस सम्मेलन के माध्यम से युवाओं को कौशल विकास, करियर की दिशा में मार्गदर्शन और नई तकनीकों की जानकारी देने की योजना पर जोर दिया।
‘‘स्वयंवर 2024’’ सम्मेलन के दौरान कवल प्रकाश किशनानी, साईं मुकेश साध, और अध्यक्ष पूजा सिंधी सेंट्रल पंचायत गिरधारी मनकाणी जैसे वक्ताओं ने युवक-युवती सम्मेलन पर अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने इस आयोजन के महत्व और समाज में इसके सकारात्मक प्रभाव पर चर्चा की।
प्रदेश महामंत्री ईश्वर मोरवाणी ने सभी अतिथियों और सम्मेलन में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को धन्यवाद अर्पित किया, उनकी सहभागिता और समर्थन के लिए आभार प्रकट किया।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन का शुभकामना संदेश का वाचन किया।
कार्यक्रम का संचालन राजकुमारी करनानणी ने किया, जिन्होंने पूरे आयोजन को सुचारू रूप से और प्रभावशाली ढंग से संचालित किया।
कार्यक्रम में सभा के प्रदेश पदाधिकारीगण व जयपुर हिंदी समाज के अलग-अलग पदाधिकारी उपस्थित रहे वह आयोजन चार वर्गों में किया गया।