नयी पीढ़ी के लिए स्वतंत्रता के इतिहास को जानना जरूरी – क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी मांदले
नयी पीढ़ी के लिए स्वतंत्रता के इतिहास को जानना जरूरी – क्षेत्रीय
प्रचार अधिकारी मांदले
केंद्रीय संचार ब्यूरो द्वारा लोहाखान विद्यालय में अगस्त क्रांति दिवस का आयोजन
अजमेर, 08 अगस्त – अगस्त क्रांति दिवस भारत की स्वतंत्रता के आखिरी और
सबसे बड़े आंदोलन की शुरुआत का दिवस है। एक स्वतंत्र देश में जन्म लेने
वाली नयी पीढ़ी को देश की स्वतंत्रता के लिए अपने प्राणों का और सर्वस्व
का बलिदान करने वाले लोगों के बारे में न सिर्फ जानना चाहिए बल्कि उनके
प्रति कृतज्ञता का अनुभव भी करना चाहिए। यह विचार क्षेत्रीय प्रचार
अधिकारी पराग मांदले ने केंद्रीय संचार ब्यूरो, क्षेत्रीय कार्यालय,
अजमेर द्वारा राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, लोहाखान में अगस्त
क्रांति दिवस के अवसर पर आयोजित एक विशेष प्रचार कार्यक्रम में व्यक्त
किए।
उन्होंने कहा कि 8 अगस्त 1942 को मुंबई में आयोजित एक जनसभा में महात्मा
गांधी ने करो या मरो का नारा देते हुए अगले दिन से भारत छोड़ो आंदोलन
शुरू करने की घोषणा की थी। सभी वरिष्ठ नेताओं की गिरफ्तारी के कारण अगले
दिन 9 अगस्त 1942 को युवा अरुणा आसफ अली ने मुंबई के गोवालिया टैंक मैदान
में तिरंगा फहरा कर इस आंदोलन को शुरू किया था। यह आंदोलन भारत की आजादी
की दिशा में मील का पत्थर साबित हुआ था। इसके बाद ही अंग्रेजों को यह
अहसास हो गया था कि अब भारत पर ज्यादा देर तक शासन करना उनके लिए संभव
नहीं है।
उन्होंने इस बात पर खेद व्यक्त किया कि आज युवा पीढ़ी को भारत के इतिहास
की इस महत्वपूर्ण घटना की बहुत कम जानकारी है। उन्होंने कहा कि यह हम
सबका कर्तव्य है कि हम अपने देश की स्वतंत्रता के इतिहास को जाने और उसके
लिए बलिदान देने वालों के प्रति कृतज्ञता की भावना रखे।
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए विद्यालय के प्राचार्य श्री
जयसिंह मीणा ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता के उज्ज्वल इतिहास में अगस्त
क्रांति दिन का बहुत महत्व है। यह न सिर्फ भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत
का दिन है बल्कि वर्ष 1925 में इसी दिन हुए काकोरी कांड के कारण भी इसे
याद किया जाता है। कार्यक्रम का संचालन श्री भारत भार्गव ने किया। आभार
प्रदर्शन श्री भगवान सिंह ने किया। इस अवसर पर छात्राओं के लिए भाषण
प्रतियोगिता और प्रश्नोत्तर प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। विजेताओं
को कार्यालय की ओर से पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।