
बांग्लादेश: हिंदू समुदाय पर हमलों को लेकर अवामी लीग ने बीएनपी पर लगाए गंभीर आरोप
बांग्लादेश की सत्तारूढ़ पार्टी अवामी लीग ने विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) पर अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय को निशाना बनाने का गंभीर आरोप लगाया है। पार्टी का दावा है कि बीएनपी से जुड़े हथियारबंद लोगों ने हिंदू नागरिकों और उनके धार्मिक स्थलों पर हमले किए हैं, जिससे समुदाय में भय और असुरक्षा का माहौल फैल गया है।
अवामी लीग के अनुसार, हाल ही में ठाकुरगांव जिले के रुहिया थाना क्षेत्र में बीएनपी नेता शहीदुल इस्लाम और उसके समर्थकों ने सामाजिक कार्यकर्ता बिजॉय चंद्र रॉय के घर पर हमला किया। बिजॉय चंद्र रॉय हिंदुओं पर हो रहे उत्पीड़न के खिलाफ मुखर थे। इस हमले में मानसा मंदिर को क्षतिग्रस्त किया गया और दो धार्मिक मूर्तियों को तोड़ दिया गया। इसके अलावा कई घरों में तोड़फोड़ और आगजनी की घटनाएं भी हुईं।
अवामी लीग का आरोप है कि इन हमलों का मकसद हिंदू और अन्य अल्पसंख्यकों को डराकर देश छोड़ने के लिए मजबूर करना है। पार्टी ने यह भी कहा कि हमलावरों ने कई लोगों को धमकाया और धार्मिक आधार पर हिंसा को बढ़ावा दिया।
अंतरिम सरकार और यूनुस सरकार पर भी निशाना
अवामी लीग ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के सलाहकार मोहम्मद यूनुस पर भी सवाल उठाए हैं। पार्टी का कहना है कि उनके नेतृत्व में अल्पसंख्यकों पर हिंसा बढ़ी है और सरकार इस पर लगाम लगाने में असफल रही है। अवामी लीग ने अपने बयान में कहा, "धार्मिक अल्पसंख्यकों पर हमले, लूटपाट और आगजनी अब सामान्य हो गई हैं। यह स्थिति नरसंहार जैसी बनती जा रही है।"
हाल ही में ढाका के खिलखेत इलाके में एक दुर्गा मंदिर को गिरा दिया गया था और कुमिला जिले में एक हिंदू महिला के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुर्व्यवहार हुआ।