
ब्रासीलिया में पीएम मोदी का भव्य स्वागत, राष्ट्रपति लूला से आज अहम द्विपक्षीय वार्ता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पांच देशों की आठ दिवसीय विदेश यात्रा के चौथे चरण में मंगलवार को ब्राजील पहुंचे। रियो डी जेनेरियो से राजधानी ब्रासीलिया पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया। एयरपोर्ट पर ब्राजील के रक्षा मंत्री जोस मुसियो मोंटेइरो फिल्हो ने उनका औपचारिक स्वागत किया।
ब्रासीलिया में प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में भारतीय शास्त्रीय संगीत, शिव तांडव स्तोत्र और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री ने इसे "यादगार स्वागत" बताते हुए भारतीय प्रवासी समुदाय की अपनी जड़ों से गहरे जुड़ाव की सराहना की।
होटल पहुंचने पर भारतीय समुदाय के लोगों ने 'भारत माता की जय' के नारों और तिरंगे के साथ पीएम मोदी का स्वागत किया। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के तहत कुछ विदेशियों ने शिव तांडव स्तोत्र की प्रस्तुति भी दी, जिसे प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से सराहा। बच्चों के साथ बातचीत करते और उन्हें दुलारते हुए पीएम मोदी बेहद आत्मीय नजर आए।
प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा,
"थोड़ी देर पहले ब्रासीलिया पहुंचा। भारतीय समुदाय ने दिल से स्वागत किया। यह एक बार फिर दर्शाता है कि हमारे प्रवासी अपनी जड़ों से कितने जुड़े हुए हैं।"
उन्होंने उत्साही प्रवासी भारतीयों की कुछ तस्वीरें भी साझा कीं।
ब्रासीलिया हवाई अड्डे पर ब्राजील की पारंपरिक संगीत मंडली 'बटाला मुंडो' ने सांबा-रेगे धुनों के साथ उनका स्वागत किया। प्रधानमंत्री ने इस प्रयास को एफ्रो-ब्राजीलियन संस्कृति के वैश्विक प्रचार की दिशा में अहम कदम बताया।
पीएम मोदी आज ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा से मुलाकात करेंगे। इस दौरान व्यापार, रक्षा, ऊर्जा, अंतरिक्ष, कृषि, स्वास्थ्य और प्रौद्योगिकी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा होगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि भारत और ब्राजील के बीच मजबूत रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की दिशा में यह वार्ता अहम साबित होगी।
इससे पहले पीएम मोदी ने रियो डी जेनेरियो में 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लिया और इसे "बेहद उत्पादक" बताया। उन्होंने ब्राजील की अध्यक्षता में ब्रिक्स द्वारा पर्यावरण और वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा जैसे मुद्दों को प्राथमिकता देने की सराहना की। प्रधानमंत्री ने जलवायु न्याय को भारत का "नैतिक दायित्व" बताया और कहा कि भारत के लिए यह केवल ऊर्जा का मामला नहीं, बल्कि जीवन और प्रकृति के बीच संतुलन बनाने का संकल्प है।
प्रधानमंत्री मोदी अब तक घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, तथा अर्जेंटीना का दौरा कर चुके हैं। ब्राजील के बाद वे नामीबिया जाएंगे।