भाषा की लयबद्धता एवं भावपूर्ण निर्देशन योग शिक्षक का आवश्यक गुण - डॉ. स्वतंत्र शर्मा
शब्दावली में भाषा की लयबद्धता और क्रियात्मकता के साथ भावपूर्ण निर्देशन योग शिक्षक का विशेष गुण होता है| योग कक्षा के सफल संचालन के लिए शब्दों का चयन एवं भावों का निर्माण योग कक्षा को जीवंत बना देता है | योग केवल शारीरिक अभ्यास नहीं है अपितु मन, बुद्धि, प्राण और भावना के प्रकटीकरण का सम्मिलित स्वरुप होता है| योग शिक्षक योग कक्षा की आत्मा होता है जिससे प्रत्येक अभ्यास संतुलित एवं समन्वित रूप से संचालित होना चाहिए | उक्त विचार विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी राजस्थान प्रांत के कार्य पद्धति प्रमुख डॉ स्वतंत्र शर्मा ने विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी अजमेर शाखा द्वारा प्रेम प्रकाश आश्रम आदर्श नगर में आयोजित योग शिक्षक वर्ग प्रशिक्षण के अवसर पर व्यक्त किया
उन्होंने शिथिलीकरण अभ्यास, सूर्य नमस्कार एवं आसन कराते समय ध्यान रखने वाली अनेक महत्वपूर्ण बिंदुओं की तकनीक को समझाया तथा व्यवहारिक अभ्यास भी करवाया गया|
नगर प्रमुख अंकुर प्रजापति ने बताया कि इस प्रशिक्षण में विवेकानंद विस्तार में संचालित दानमल माथुर कॉलोनी स्थित डिस्पेंसरी, विधायक कार्यालय भजनगंज, सामुदायिक भवन, नाकामदार.
देव वाटिका श्रंगार चंवरी तथा प्रेम प्रकाश आश्रम सिंधी मंदिर में संचालित होने वाली योग कक्षाओं से जुड़े योग शिक्षकों ने सहभागिता की|