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रोटरी क्लब, अजमेर द्वारा 70 रिचार्जेबल बैटरी व मोटर चालित, कृत्रिम हाथ नि:शुल्क लगाए गए


प्रोजेक्ट चेयरमैन राजीव तोषनीवाल ने बताया कि इनाली फाउंडेशन पुणे व रोटरी क्लब, पुणे डाउनटाउन की 10 सदस्यीय टीम ने इस शिविर में ऐसे व्यक्तियों, जिनका एक या दोनों हाथ कोई दुर्घटना में कट गया अथवा काटना पड़ा या जिनके हाथ जन्म से ही हाथ कोहनी के नीचे नहीं हैं, को एक सुंदर, हलका, बैटरी व मोटर चालित, इलेक्ट्रॉनिक कृत्रिम हाथ, पूर्णतया निशुल्क लगाया गया। ऐसे कृत्रिम हाथों का बाज़ार मूल्य 70,000 रुपये से अधिक है। 
क्लब अध्यक्ष शलभ अग्रवाल ने बताया कि शिविर पंचशील ए ब्लॉक, अजमेर में स्थित रोटरी भवन में सुबह 9 बजे से प्रारंभ हुआ व शाम 5 बजे तक चला। शिविर में 68 लाभार्थियों का रजिस्ट्रेशन पहले से ही किया जा चुका था, जो राजस्थान के विभिन्न दूर दराज़ शहरों (अजमेर के पास के गांवों के अलावा हनुमानगढ़, सरदारशहर, लक्ष्मणगढ़, चित्तौड़गढ़, गोविंदगढ़, दौसा, बांधीकुई, जयपुर, पाली, फलौदी, सीकर, नागौर, टोंक, डिग्गी मालपुरा व भीलवाड़ा से लाभार्थी आए। इनमें 9 जनों को दोनों हाथ लगाये गए, इस तरह कुल 70 कृत्रिम हाथ लगाये गए। क्लब सेक्रेटरी मनोज डबराल ने बताया कि लाभार्थियों को कृत्रिम हाथ को स्वयं पहनने, उतारने, तरह तरह की वस्तुओं को पकड़ने, छोड़ने का रोटरी क्लब पुणे डाउनटाउन के काउन्सलर शेख हसन, जो कि स्वयं इनाली हाथ लगाये थे, ने प्रशिक्षण दिया। इस प्रक्रिया के दौरान लाभार्थियों के चहरे की ख़ुशी देखने योग्य थी। लाभार्थियों को यह जानकारी भी दी गई कि यदि हाथ के उपयोग में कोई समस्या है तो इनाली फाउंडेशन को कहाँ और कैसे संपर्क करना है।
रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3053 की पहली महिला डिस्ट्रिक गवर्नर, डॉ. निशा शेखावत, जो कि अजमेर क्लब की ही सदस्य हैं, ने बताया कि रोटरी क्लब अजमेर, रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3053 का सबसे पुराना क्लब है और अपने गौरवमयी 80 वर्ष पूरे कर चुका है। रोटरी जिला 3053 में राजस्थान और गुजरात के कुछ भाग शामिल हैं, इनमें प्रमुख शहर हैं, राजस्थान में अजमेर, जोधपुर, बीकानेर, अलवर, भिवाड़ी व मध्यप्रदेश में ग्वालियर और उसके आसपास के शहर।
उन्होंने बताया कि रोटरी क्लब की स्थापना 23 फरवरी 1905 को अमेरिका के शिकागो शहर में पॉल हैरिस द्वारा की गई थी। इसका उद्देश्य व्यापार और व्यावसायिक पेशेवरों के बीच मित्रता और सेवा की भावना को बढ़ावा देना था। आज रोटरी का मुख्य उद्देश्य समाज सेवा, नैतिक नेतृत्व, अंतरराष्ट्रीय समझ, शांति और सद्भाव को बढ़ावा देना है। इसका आदर्श वाक्य है: "Service Above Self" (स्वयं से ऊपर सेवा)। रोटरी इंटरनेशनल ने 1985 में PolioPlus कार्यक्रम शुरू किया। इसके माध्यम से वैश्विक पोलियो उन्मूलन के लिए कई अरब डॉलर का योगदान दिया गया। रोटरी के सहयोग से विश्व स्वास्थ्य संगठन, UNICEF, और बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन जैसे संस्थान भी जुड़े। इसके परिणामस्वरूप अब पोलियो लगभग पूरे विश्व से समाप्त हो चुका है। आज दुनिया भर में लगभग 200 से अधिक देशों में 12 लाख रोटरी सदस्य हैं। भारत में वर्तमान में 38 रोटरी ज़िले (Districts) हैं।