
राजकीय महिला इंजीनियरिंग कॉलेज, अजमेर की दो छात्राओं ने राष्ट्रीय एकता शिविर में राजस्थान का प्रतिनिधित्व करते हुए शिविर को सफलतापूर्वक पूर्ण किया*
राजकीय महिला इंजीनियरिंग कॉलेज, अजमेर की दो छात्राओं ने राष्ट्रीय एकता शिविर में राजस्थान का प्रतिनिधित्व करते हुए शिविर को सफलतापूर्वक पूर्ण किया*
*राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस)* के अंतर्गत पूरे भारत के *प्रत्येक राज्य से केवल पाँच-पाँच छात्राओं का चयन राष्ट्रीय एकता शिविर (National Integration Camp)* हेतु किया गया। यह चयन एनएसएस के माध्यम से सामाजिक जागरूकता, राष्ट्रीय एकता, नेतृत्व विकास एवं सांस्कृतिक समन्वय जैसे मूल उद्देश्यों को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है। *राजस्थान राज्य से चयनित पाँच छात्राओं में से दो छात्राएं राजकीय महिला इंजीनियरिंग कॉलेज, अजमेर की द्वितीय वर्ष की छात्राएं देवांशी पराशर एवं दिव्यांशी सेन रहीं।* इन दोनों प्रतिभाशाली *छात्राओं ने 27 जून से 3 जुलाई 2025 तक रोफेल आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज, सद्गुरुधाम, गुजरात में आयोजित राष्ट्रीय एकता शिविर में न केवल भाग लिया, बल्कि राजस्थान राज्य का प्रभावशाली प्रतिनिधित्व करते हुए शिविर को सफलतापूर्वक पूर्ण भी किया।*
सप्ताहभर चले इस शिविर में देश के विभिन्न राज्यों से चयनित छात्राओं ने भाग लिया। इस शिविर का मुख्य उद्देश्य भारत की विविधताओं में एकता को प्रोत्साहित करना, युवाओं में नेतृत्व एवं व्यक्तित्व विकास को बढ़ावा देना, तथा राष्ट्रीय चेतना को सशक्त बनाना था। शिविर के दौरान प्रतिभागियों के लिए विविध सत्रों एवं गतिविधियों का आयोजन किया गया, जिनमें प्रमुख रूप से सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, समूह चर्चाएं, कार्यशालाएं, नेतृत्व विकास सत्र, रचनात्मक प्रतियोगिताएं, तथा शारीरिक एवं बौद्धिक विकास के कार्यक्रम शामिल थे।
शिविर में आयोजित *निबंध लेखन तथा ग्रीटिंग कार्ड निर्माण प्रतियोगिता में देवांशी पराशर* ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और *दोनों ही प्रतियोगिताओं में द्वितीय स्थान* प्राप्त करते हुए राजस्थान राज्य एवं अपने संस्थान का गौरव बढ़ाया। यह उपलब्धि न केवल उनकी रचनात्मक प्रतिभा एवं बौद्धिक क्षमता का प्रमाण है, बल्कि कॉलेज की समग्र शिक्षा प्रणाली एवं सह-पाठ्यक्रमीय सशक्तिकरण का भी परिचायक है।
इस उपलब्धि पर कॉलेज की *प्राचार्य प्रो. प्रकृति त्रिवेदी* ने अत्यंत हर्ष व्यक्त करते हुए कहा, "राजकीय महिला इंजीनियरिंग कॉलेज, अजमेर सदैव *छात्राओं को केवल तकनीकी शिक्षा* तक सीमित न रखते हुए उन्हें *राष्ट्र निर्माण, नेतृत्व, सामाजिक उत्तरदायित्व एवं सशक्तिकरण के मूल्यों की दिशा* में प्रेरित करता रहा है।देवांशी और दिव्यांशी की यह प्रेरणादायक उपलब्धि भावी छात्राओं को न केवल मार्गदर्शन देगी, बल्कि उन्हें अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित रहने की प्रेरणा भी प्रदान करेगी।"
*कॉलेज के राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) इकाई के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. अमरजीत पूनिया* ने कहा, "राष्ट्रीय एकता शिविर में चयनित होना स्वयं में एक बड़ी उपलब्धि है, और उसके साथ-साथ प्रतियोगिताओं में भी सफलता प्राप्त करना यह दर्शाता है कि हमारी छात्राएं न केवल मेधावी हैं, बल्कि उनमें सेवाभाव, नेतृत्व क्षमता एवं सामाजिक सरोकारों की भी गहरी समझ है। एनएसएस का मुख्य उद्देश्य युवाओं में सामाजिक उत्तरदायित्व, नेतृत्व एवं सेवा भावना को विकसित करना है – और हमारे संस्थान की छात्राएं इसी दिशा में सार्थक योगदान दे रही हैं।"
यह उपलब्धि राजकीय महिला इंजीनियरिंग कॉलेज, अजमेर के लिए ही नहीं, अपितु सम्पूर्ण राजस्थान राज्य के लिए गर्व का विषय है। कॉलेज की एनएसएस इकाई ने यह संकल्प लिया है कि भविष्य में भी छात्राओं को इस प्रकार के राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर सक्रिय भागीदारी हेतु प्रेरित किया जाएगा, जिससे वे समाज एवं राष्ट्र के विकास में सतत योगदान देती रहें।