
🌼 पहली बार कर रहे हैं कांवड़ यात्रा? जानें जरूरी नियम और सामग्री 🌼
🕉️ कांवड़ यात्रा 2025 की तारीखें:
प्रारंभ: 11 जुलाई 2025 (शुक्रवार) – सावन का पहला दिन
समापन: 23 जुलाई 2025 – सावन शिवरात्रि (जलाभिषेक)
🙏 क्या है कांवड़ यात्रा का महत्व?
हर साल सावन मास में शिवभक्त पवित्र नदियों से जल लाकर उसे शिवलिंग पर अर्पित करते हैं।
विशेष तिथियाँ जैसे सावन सोमवार, प्रदोष व्रत, और शिवरात्रि इस यात्रा को और भी पावन बनाती हैं।
ऐसा माना जाता है कि इन दिनों भगवान शिव को जल चढ़ाने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
🧳 जरूरी सामग्री:
कांवड़ (लकड़ी या बांस से बनी हुई)
गंगाजल भरने का पात्र
लाल-पीले वस्त्र, फूल, भगवान शिव की मूर्ति या फोटो
त्रिशूल, डमरू, रुद्राक्ष माला
घंटी, भजन या कीर्तन की ऑडियो व्यवस्था
गमछा, नी-कैप, दातुन आदि
⚠️ पालन करें ये नियम:
यात्रा के दौरान शुद्ध आचरण और पवित्र वाणी बनाए रखें
धूम्रपान, शराब, भांग या किसी भी नशीले पदार्थ से बचें
दूसरों की सहायता करें, यात्रा को शांतिपूर्वक और भक्तिभाव से पूर्ण करें