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भारतीय कंपनियों का 2024 में आक्रामक विस्तार: JSW पेंट्स, बजाज और अन्य दिग्गजों के बड़े सौदे चर्चा में

 

2024 में भारतीय कॉर्पोरेट क्षेत्र तेजी से वैश्विक विस्तार की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। इस वर्ष अब तक कई बड़े सौदों की घोषणा हुई है, जिनमें JSW पेंट्स, बजाज ग्रुप, सुमितोमो-यस बैंक, ओएनजीसी-एनटीपीसी ग्रीन और मझगांव डॉक जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं।

JSW पेंट्स का बड़ा कदम: 12,915 करोड़ में अक्जो नोबेल इंडिया का अधिग्रहण

सज्जन जिंदल की अगुवाई वाली JSW पेंट्स ने डच कंपनी अक्जो नोबेल इंडिया के अधिग्रहण के लिए 12,915 करोड़ रुपये के सौदे की घोषणा की है। इस डील के तहत कंपनी, अक्जो नोबेल में 74.76% हिस्सेदारी 8,986 करोड़ रुपये में और शेष 25% हिस्सा 3,929 करोड़ रुपये में खुले बाजार से खरीदेगी। इस अधिग्रहण के साथ JSW पेंट्स, भारत की चौथी सबसे बड़ी पेंट कंपनी बन जाएगी।

बजाज ग्रुप का सबसे बड़ा सौदा: बीमा क्षेत्र में 24,180 करोड़ की डील

इस साल अब तक का सबसे बड़ा सौदा बजाज ग्रुप ने मार्च में किया, जब उसने बजाज आलियांज लाइफ और जनरल इंश्योरेंस में जर्मन कंपनी आलियांज की 26% हिस्सेदारी को 24,180 करोड़ रुपये में खरीदने की घोषणा की। यह भारतीय बीमा क्षेत्र के इतिहास की सबसे बड़ी डील मानी जा रही है।

सुमितोमो मित्सुई का भारतीय बैंकिंग में प्रवेश

जापान की सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन ने मई में 13,483 करोड़ रुपये में यस बैंक में 20% हिस्सेदारी खरीदने का फैसला किया। यह भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में अब तक का सबसे बड़ा सीमा पार निवेश है। एसबीआई सहित सात बैंकों ने इस हिस्सेदारी को बेचने की पुष्टि की है।

ग्रीन एनर्जी में बड़ा निवेश: ओएनजीसी और एनटीपीसी ग्रीन

सरकारी कंपनियों ओएनजीसी और एनटीपीसी ग्रीन की संयुक्त योजना के तहत अयाना रिन्यूएबल पावर को 19,500 करोड़ रुपये में अधिग्रहित किया जाएगा। यह सौदा भारत के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में एक बड़ा मील का पत्थर साबित हो सकता है।

एनएसई आईपीओ पर सबकी निगाहें

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का बहुप्रतीक्षित आईपीओ अब निकट प्रतीत हो रहा है। सेबी के चेयरमैन तुहिनकांत पांडे ने हाल ही में स्पष्ट किया कि अब इस पर कोई नियामकीय बाधा नहीं है। सूत्रों के अनुसार, एनएसई ने को-लोकेशन और डार्क फाइबर विवाद को 1,388 करोड़ रुपये के सेटलमेंट से हल करने का प्रस्ताव दिया है।
NSE का अनुमानित मूल्य 6 लाख करोड़ रुपये है। यदि 10% हिस्सेदारी भी बाजार में लाई जाती है, तो यह आईपीओ 60,000 करोड़ रुपये का हो सकता है — जो भारतीय बाजार का सबसे बड़ा सार्वजनिक निर्गम बन सकता है।

मझगांव डॉक का श्रीलंका में निवेश: रणनीतिक विस्तार

मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL) ने कोलंबो डॉकयार्ड पीएलसी (श्रीलंका) में 52.96 मिलियन डॉलर (लगभग 444.52 करोड़ रुपये) की हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की है। यह कदम भारत की समुद्री रणनीति को मजबूत करेगा और MDL को क्षेत्रीय नौसेना निर्माण क्षेत्र में अग्रणी बनाएगा।