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नवकार करे भव पार - उपप्रवर्तिनी महासती डॉ.श्री राजमती जी म.सा

 

अजमेर 26 जून
महाश्रमणी गुरूमाता महासती श्री पुष्पवती जी (माताजी) म.सा. आदि ठाणा-7 के पावन सान्निध्य में महावीर कॉलोनी स्थित श्रीमान् नीरज जी कांकरिया के निवास स्थान पर भक्तामर स्तोत्र के सामूहिक पाठ द्वारा श्रावक-श्राविकाओं ने आदिनाथ भगवान का गुणगान किया।
धर्मानुरागीयों को सम्बोधित करते हुए उपप्रवर्तिनी सदगुरूवर्या डॉ. श्री राजमती जी म.सा. ने फरमाया - सभी मंत्रों में नवकार महामंत्र श्रेष्ठ है। जो व्यक्ति दिल से पंच परमेष्ठि का स्मरण करता है वह सुख शान्ति को पाकर भव बन्धन से भी मुक्त हो सकता है।नवकार मंत्र में नम्रता और समर्पण का भाव है। शाब्दिक और मानसिक जप दिव्यता का अनुभव कराता है। सब पापों का नाश कराने वाला, भवसागर पार कराने वाला नमस्कार मंत्र है। श्रद्धा और भक्ति के साथ अरिहंत, सिद्ध, आचार्य, उपाध्याय और सर्व साधु को किया हुआ नमन हमारे आत्म मंगल को विकसित करता है।
साध्वी डॉ. राजरश्मि जी म.सा. ने फरमाया - मानव जीवन क्षण भंगुर है। देव दुर्लभ मानव भव को पाकर जो सत्कर्मों से अपनी झोली भर लेते हैं, वो ही जग में अमर हो जाते हैं। सज्जनता और सादगी से जीवन का श्रृंगार करने वाले और नैतिकता से जीवन का निर्वाह करने वाले ही अपना जीवन सार्थक कर पाते हैं।                                             

डॉ. पी. एम. डोसी, नीलू कांकरिया एवं मरूधर केसरी महिला मण्डल ने सदगुरूवर्या श्री के प्रति आभार प्रकट किया। अनेक गुरू भक्तों ने विहार सेवा का लाभ लिया।
संघ अध्यक्ष श्री शिखरचंद सिंगी ने जानकारी दी कि दिनांक 27-6-2025 को प्रात: सूर्योदय के समय महासती वृन्द विहार कर ज्ञान विहार स्थित श्रीमान् सज्जनराज कांठेड़ के निवास स्थान पधारेंगे वहाँ प्रात: 6:30 बजे से 7:30 बजे महाप्रभावक विघ्न निवारक उवसग्गहरं स्तोत्र का जाप होगा। जाप के पश्चात् गुरूवर्या श्री के मुखारविन्द से बड़ा मांगलिक होगा। श्रावक-श्राविकाओं को अधिक से अधिक संख्या में धर्मलाभ लेने का आग्रह किया गया।