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कोविड संक्रमण के बाद बढ़ रही लॉन्ग कोविड की समस्या – बच्चों में भी मिल रहे लक्षण

नई दिल्ली, 24 जून 2025: 


कोरोना महामारी भले ही अब पहले जैसी गंभीर ना हो, लेकिन इससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं अब भी वैश्विक चिंता का विषय बनी हुई हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, हर 100 कोविड संक्रमितों में से लगभग 6 मरीजों को संक्रमण के ठीक होने के बाद लॉन्ग कोविड की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।

इस स्थिति में मरीजों को थकान, सांस लेने में तकलीफ, स्मृति की समस्या, ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई और जोड़ों या मांसपेशियों में दर्द जैसे लक्षण महीनों तक बने रह सकते हैं।

विशेषज्ञों की रिपोर्ट के अनुसार अब बच्चों में भी लॉन्ग कोविड के मामले सामने आ रहे हैं, जिससे यह स्थिति और गंभीर हो गई है। बच्चों में थकान, एकाग्रता की कमी, सिरदर्द और नींद से जुड़ी समस्याएं देखी जा रही हैं। यह स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए एक नई चुनौती बनकर उभरी है।

भारत में कोविड संक्रमण की स्थिति पर नज़र डालें तो 24 जून तक देश में कुल सक्रिय मामले 4,089 दर्ज किए गए हैं। बीते 24 घंटों में संक्रमण के कारण 3 लोगों की मौत हुई है, जो महाराष्ट्र, केरल और मध्य प्रदेश से रिपोर्ट की गईं। मृतकों की औसत आयु 60 वर्ष रही और सभी को पहले से गंभीर बीमारियां (कोमोरबिडिटीज़) थीं। इस वर्ष अब तक देश में कोविड से मृत्यु के कुल मामले बढ़कर 127 हो चुके हैं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय में, लॉन्ग कोविड के कारण शरीर में लंबे समय तक बनी रहने वाली थकावट और मानसिक समस्याएं जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती हैं। इससे निपटने के लिए समय पर पहचान, उपचार और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी है।

क्या करें:

संक्रमण से बचाव के लिए सतर्कता बनाए रखें

कोविड के बाद लक्षण बने रहें तो डॉक्टर से परामर्श लें

बच्चों में व्यवहारिक या शारीरिक बदलाव पर विशेष ध्यान दें

संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और नियमित व्यायाम को दिनचर्या में शामिल करें

लॉन्ग कोविड को लेकर जागरूकता और समय पर उपचार ही इससे निपटने का सबसे कारगर तरीका है।