
ईरान-इस्राइल संघर्ष , ट्रंप की अपील – "युद्धविराम का पालन करें"
पश्चिम एशिया में बीते 13-14 मई की रात से शुरू हुआ ईरान-इस्राइल संघर्ष अब थमता दिख रहा है। 12 दिनों तक चले इस भीषण टकराव में 950 से अधिक लोगों की जान चली गई, सैकड़ों घायल हुए। अमेरिकी हस्तक्षेप और सैन्य कार्रवाइयों के बाद हालात अब नियंत्रण में हैं।
ईरान द्वारा कतर स्थित अमेरिकी सैन्य अड्डे पर सीमित जवाबी हमलों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संघर्षविराम की घोषणा की। इसके बाद ईरान और इस्राइल – दोनों देशों ने युद्धविराम योजना को स्वीकार कर लिया है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर स्पष्ट संदेश दिया:
"युद्धविराम अब प्रभावी है। कृपया इसका उल्लंघन न करें।"
इस्राइली सरकार ने भी युद्धविराम की पुष्टि करते हुए राष्ट्रपति ट्रंप का आभार जताया और अपने नागरिकों से संयम बनाए रखने की अपील की है। इस्राइल सरकार के मुताबिक, "ऑपरेशन राइजिंग लॉयन" में इस्राइली रक्षा बलों (IDF) ने अपने सभी रणनीतिक लक्ष्यों को सफलतापूर्वक प्राप्त किया है – जिनमें ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले, बैलिस्टिक मिसाइल क्षमताओं को क्षति पहुंचाना और शासन के प्रमुख ठिकानों को निष्क्रिय करना शामिल है।
प्रधानमंत्री नेतन्याहू की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा कैबिनेट बैठक में यह निर्णय लिया गया कि फिलहाल इस्राइल युद्धविराम को लागू करने के लिए अमेरिका के साथ समन्वय बनाए रखेगा, लेकिन किसी भी उल्लंघन की स्थिति में कड़ा जवाब दिया जाएगा।
सरकार ने जानकारी दी कि IDF ने तेहरान में प्रमुख सरकारी प्रतिष्ठानों को निशाना बनाकर सैकड़ों चरमपंथियों को खत्म किया है और एक वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक को भी मार गिराया है।