
पैरा पावरलिफ्टिंग विश्व कप में भारत की शानदार शुरुआत, पहले दिन चार पदक
3000 मीटर दौड़ में आठ धावकों ने तोड़ा रिकॉर्ड, पोल वॉल्ट में बना नया राष्ट्रीय कीर्तिमान
भारत ने पैरा पावरलिफ्टिंग विश्व कप की धमाकेदार शुरुआत करते हुए पहले दिन कुल चार पदक अपने नाम किए। इनमें एक स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदक शामिल हैं। यह टूर्नामेंट 2026 विश्व चैंपियनशिप और 2028 पैरालंपिक खेलों के लिए क्वालिफाइंग स्पर्धा भी है, जिसमें 40 से अधिक देशों के शीर्ष पैरा पावरलिफ्टर भाग ले रहे हैं।
पुरुषों की एलीट 59 किग्रा वर्ग में गुलफाम अहमद ने भारत को पहला पदक दिलाया। उन्होंने पहले प्रयास में 145 किग्रा और दूसरे में 151 किग्रा वजन उठाया। हालांकि उनका तीसरा प्रयास (153 किग्रा) अमान्य करार दिया गया, लेकिन दूसरे प्रयास का प्रदर्शन कांस्य पदक के लिए पर्याप्त रहा।
इसके बाद, पुरुषों की एलीट 72 किग्रा वर्ग में रामूभाई बंभवा ने 151 किग्रा वजन उठाकर एक और कांस्य पदक भारत की झोली में डाला। उनके दूसरे (155 किग्रा) और तीसरे (156 किग्रा) प्रयास असफल रहे, लेकिन शुरुआती सफलता ने उन्हें पोडियम तक पहुंचा दिया।
अनुभवी पैरा पावरलिफ्टर जॉबी मैथ्यू ने मास्टर्स वर्ग में दमदार प्रदर्शन करते हुए कुल भार में स्वर्ण और व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ भार के लिए रजत पदक हासिल किया। उन्होंने शुरुआत में 140 किग्रा उठाने में चूक की, लेकिन बाद में 145 और 150 किग्रा उठाकर जोरदार वापसी की।
एथलेटिक्स में नई उड़ान: आठ धावकों ने तोड़ा 3000 मीटर का रिकॉर्ड
वाराणसी के मदन मोहन मालवीय खेल परिसर में शुरू हुई 23वीं राष्ट्रीय जूनियर (अंडर-20) फेडरेशन एथलेटिक्स चैंपियनशिप के पहले दिन भी भारत को शानदार प्रदर्शन देखने को मिला।
सुबह के सत्र में 3000 मीटर दौड़ में आठ पुरुष धावकों ने प्रतियोगिता के पूर्ववर्ती रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए नया कीर्तिमान रचा। यह प्रदर्शन भारत में जूनियर स्तर पर लंबी दूरी की दौड़ में बढ़ते स्तर को दर्शाता है।
इसके अलावा, तमिलनाडु के कविनराज एस ने पोल वॉल्ट में नया रिकॉर्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने 5.11 मीटर की छलांग लगाकर कुलदीप कुमार के 5.10 मीटर के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया।