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हिमालय से समुद्र तक योगमय हुआ भारत, शाह बोले- योग लाता है मन और शरीर में समरसता
नई दिल्ली।
21 जून को पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस उल्लासपूर्वक मनाया गया। इस बार भारत ने न केवल देश में बल्कि वैश्विक मंच पर भी योग को सॉफ्ट पावर के रूप में प्रस्तुत किया। 191 देशों के 1300 से अधिक शहरों में योग कार्यक्रमों का आयोजन हुआ, जिनके माध्यम से भारत की प्राचीन परंपरा और सौम्य शक्ति का भव्य प्रदर्शन किया गया।
गुजरात में बना नया वर्ल्ड रिकॉर्ड
गुजरात के वडनगर में एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज हुई। यहां गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के आधिकारिक निर्णायक रिचर्ड स्टनिंग की मौजूदगी में 2121 लोगों ने एक साथ कोबरा पोज (भुजंगासन) किया। यह योगासन प्रतिभागियों ने दो मिनट नौ सेकंड तक किया। रिकॉर्ड बनाने के लिए न्यूनतम 250 लोगों की आवश्यकता थी, जिसे बहुत पीछे छोड़ते हुए हजारों ने भाग लिया। आयोजकों को कुछ तकनीकी कारणों से 64 प्रतिभागियों को बाहर रखना पड़ा, लेकिन बाकी ने सफलतापूर्वक रिकॉर्ड बनाया। स्टनिंग ने इस उपलब्धि को “अद्भुत और प्रेरणादायक” बताया।
राजनाथ सिंह ने उधमपुर में किया योग, सेना के शौर्य को किया नमन
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में सेना के जवानों के साथ योग दिवस में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने "ऑपरेशन सिंदूर" में सेना के योगदान की प्रशंसा की और कहा कि यह अभियान अभी समाप्त नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, “योग केवल शरीर की कसरत नहीं, बल्कि समाज के हर वर्ग को भारत की संस्कृति और भावना से जोड़ने का माध्यम है।”
गृह मंत्री शाह ने दिया संदेश
गृह मंत्री अमित शाह ने योग के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि योग मन और शरीर के बीच संतुलन स्थापित करता है। यह भारत की विश्व को एक मूल्यवान देन है, जिसने न केवल स्वास्थ्य बल्कि शांति का मार्ग भी दिखाया है।
निष्कर्ष
योग दिवस ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि भारत की यह सांस्कृतिक विरासत आज वैश्विक स्वास्थ्य और सामंजस्य का प्रतीक बन चुकी है। हिमालय से लेकर समुद्र तक, भारत योगमय हो उठा।