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ईरान-इस्राइल टकराव भयानक मोड़ पर: 600 से अधिक मौतें, अमेरिका को चेतावनी- दखल दिया तो भड़केगा बड़ा युद्ध

पश्चिम एशिया में तनाव चरम पर पहुंच गया है। ईरान और इस्राइल के बीच बीते छह दिनों से जारी संघर्ष अब और भी उग्र हो गया है। बुधवार को इस्राइल पर ईरान ने दो मिसाइल हमले किए, जबकि ईरान में इस्राइली हमलों में अब तक 600 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।

इस बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ‘बिना शर्त आत्मसमर्पण’ वाले बयान पर ईरान ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। ईरानी विदेश मंत्रालय ने चेतावनी दी कि अगर अमेरिका ने हस्तक्षेप किया, तो पूरा क्षेत्र एक विनाशकारी युद्ध की चपेट में आ जाएगा।

इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय के अनुसार, ईरान ने शुक्रवार से अब तक इस्राइल पर 400 से अधिक मिसाइलें और सैकड़ों ड्रोन दागे हैं, जिससे 40 से ज्यादा ठिकानों को निशाना बनाया गया है। इन हमलों में 24 इस्राइली नागरिकों की मौत हुई है और 800 से ज्यादा घायल हुए हैं, जबकि लगभग 3,800 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।

इस्राइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा कि तेहरान में सत्ता के प्रतीकों पर हमले किए जा रहे हैं, और वहां के लोग पलायन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि “तानाशाही की दीवारें हिलने लगी हैं।”

गोलान हाइट्स में सायरन की आवाजें गूंजीं जब इस्राइली वायु सेना ने ईरान की ओर से दागे गए तीन ड्रोन मार गिराए।

इस संकट के बीच, ईरान के निर्वासित विपक्षी नेता और अंतिम शाह के पुत्र रेजा पहलवी ने भी बयान जारी कर सत्ता परिवर्तन की मांग उठाई है। उनका दावा है कि सर्वोच्च नेता आयतुल्ला खामेनेई छिप गए हैं और शासन बिखर रहा है।

खुद खामेनेई का बयान भी सामने आया है। उन्होंने कहा, “अब जवाबी कार्रवाई होगी। लड़ाई शुरू हो चुकी है और हम यहूदियों पर कोई दया नहीं दिखाएंगे।”

स्थिति अब बेहद गंभीर मोड़ पर है और वैश्विक समुदाय की निगाहें इस संघर्ष के अगले कदम पर टिकी हैं।