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कोरोना की नई लहर में दिखा 'रेजर ब्लेड थ्रोट', जानिए क्या है यह तकलीफ और किसे है ज्यादा खतरा
कोविड-19 के बढ़ते मामलों के बीच इस बार के संक्रमण में कुछ नए और तकलीफदेह लक्षण देखने को मिल रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, ‘रेजर ब्लेड थ्रोट’ नामक गले की गंभीर समस्या इन दिनों खास चर्चा में है, जो कई मरीजों में प्रमुख लक्षण के रूप में सामने आ रही है।
नोवा साउथईस्टर्न यूनिवर्सिटी की विशेषज्ञ डॉ. स्नेहल स्मार्ट के अनुसार, इस लहर में अमेरिका समेत कई देशों के मरीजों को गले में अत्यधिक तेज़ दर्द महसूस हो रहा है, मानो किसी ने गले में रेजर या टूटा कांच घुसेड़ दिया हो। इसे मेडिकल भाषा में ‘रेजर ब्लेड थ्रोट’ कहा जा रहा है। यह कोविड-19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट और इसके सब-वैरिएंट्स (जैसे NB.1.8.1 और XFG) के कारण उभर रहा है।
क्या है रेजर ब्लेड थ्रोट?
रेजर ब्लेड थ्रोट में सामान्य खराश नहीं होती, बल्कि मरीज को निगलने में अत्यधिक दर्द और जलन होती है। कुछ मरीजों ने इसे इस कदर असहनीय बताया है जैसे गले में चाकू चुभ रहा हो। डॉक्टर सूरज सागर (होली नेम मेडिकल सेंटर) बताते हैं कि 60-70% कोविड मरीजों में गले की समस्या देखी जा रही है।
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण भी मौजूद:
इस वैरिएंट के साथ केवल गले की तकलीफ ही नहीं, बल्कि कई रोगियों में मतली, दस्त, पेट दर्द जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण भी देखने को मिले हैं। हालांकि, ज्यादातर मामलों में लक्षण हल्के हैं और लोग घर पर रहकर ठीक हो रहे हैं।
विशेष सलाह:
विशेषज्ञों का कहना है कि नए वैरिएंट्स अत्यधिक संक्रामक हैं, इसलिए टीकाकरण और सतर्कता बेहद ज़रूरी है। बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।
स्वामी न्यूज़ यह लेख चिकित्सा विशेषज्ञों, डॉक्टरों और संस्थानों से बातचीत के आधार पर प्रकाशित कर रहा है। इसमें दी गई जानकारी केवल जन-जागरूकता के लिए है। किसी भी लक्षण की स्थिति में अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। स्वामी न्यूज़ किसी चिकित्सा दावे की पुष्टि नहीं करता और न ही किसी दवा या उपचार की गारंटी देता है।