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🔴केदारनाथ हेलिकॉप्टर हादसा: सात लोगों की गई जान, दो दिन हेली सेवा बंद
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दौरान रविवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। केदारनाथ से गुप्तकाशी आ रहा एक हेलिकॉप्टर गौरीकुंड के पास क्रैश हो गया, जिसमें सात लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। मृतकों में महाराष्ट्र का एक परिवार, बिजनौर के दो यात्री, एक बीकेटीसी कर्मचारी और हेलिकॉप्टर के पायलट शामिल हैं। हादसे में 23 महीने की मासूम बच्ची की भी जान चली गई।
हादसा सुबह करीब 5:30 बजे हुआ, जब आर्यन एविएशन का हेलिकॉप्टर खराब मौसम की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हो गया। मौके पर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव में जुट गईं। जानकारी के अनुसार, हेलिकॉप्टर का मलबा गौरी माई खर्क के ऊपर जंगल में मिला है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हादसे पर गहरा शोक जताते हुए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वर्चुअल उच्च स्तरीय बैठक की और दो दिन तक हेली सेवाओं को बंद रखने के निर्देश दिए। साथ ही, हेली सेवाओं की सुरक्षा के लिए सख्त SOP (मानक संचालन प्रक्रिया) तैयार करने के आदेश दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि हेलिकॉप्टर की तकनीकी जांच और उड़ान से पहले मौसम की सटीक जानकारी अनिवार्य की जाए। वहीं, UCADA की सीईओ सोनिका ने बताया कि क्षेत्र में मौसम खराब है, इसलिए बचाव अभियान में हेलिकॉप्टरों को ही लगाया गया है और सामान्य शटल सेवाएं रोकी गई हैं।
मृतकों की पहचान:
विक्रम सिंह रावत (46), बीकेटीसी कर्मचारी, रुद्रप्रयाग
विनोद देवी (66), बिजनौर, उत्तर प्रदेश
तुस्ती सिंह (19), बिजनौर, उत्तर प्रदेश
राजकुमार जायसवाल (41), महाराष्ट्र
शारदा जायसवाल (35), महाराष्ट्र
काशी (23 माह), महाराष्ट्र
कैप्टन राजीव, राजस्थान (पायलट – आर्यन एविएशन)
यह हादसा न केवल चारधाम यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है, बल्कि भविष्य में हेली सेवाओं की निगरानी और मानक तय करने की आवश्यकता को भी रेखांकित करता है।