
🔱 देवभूमि की आवाज़: 'उत्तराखंड के निवासी देवताओं से कम नहीं' - स्वामी कैलाशानंद गिरी 🔱
देहरादून में अमर उजाला के प्रतिष्ठित कार्यक्रम संवाद का भव्य आयोजन हुआ। कार्यक्रम के अध्यात्म सत्र में पहुंचे आचार्य महामंडलेश्वर श्री श्री 1008 डॉ. स्वामी कैलाशानंद गिरी जी महाराज ने कहा —
"उत्तराखंड में जो निवास करता है, वह देवताओं से कम नहीं। यह तप और त्याग की भूमि है।"
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड अचीवर्स फीचर का अनावरण किया और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में योगदान देने वाले लोगों को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री धामी ने भावुक लहजे में कहा —
"मैं चुनाव हार गया, लेकिन मेरी पार्टी जीत गई। मैं सामान्य कार्यकर्ता हूं, कुछ बनने की नहीं, कुछ करने की सोच रखता हूं।"
धामी ने अवैध अतिक्रमण और जनसंख्या असंतुलन पर भी खुलकर अपनी बात रखी —
"हमारी सरकार ने किसी को टारगेट नहीं किया, लेकिन कानून सबके लिए समान है। मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों को भी अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए। पहचान छिपाकर रहना गलत है।"
धामी ने बताया कि जब उन्हें पहली बार मुख्यमंत्री बनने की सूचना मिली, तो वे विधानमंडल में सबसे पीछे बैठे थे और मोबाइल ढूंढ रहे थे —
"लोगों ने कहा, आपको आगे जाना है। तभी मुझे अहसास हुआ कि अब जिम्मेदारी बड़ी है।"
धामी ने कहा,
"यह देवभूमि है, यहां हर पांचवां व्यक्ति फौज में है। हमने समान नागरिक संहिता (UCC) लागू करने का संकल्प पूरा किया। यह हमारा वचन था, जिसे हमने निभाया है।"