
संस्कार षिविरों के साथ नियमित अध्ययन के लिये बच्चें हो तैयार - महन्त स्वरूपदास
अजयनगर मेडीटेटिव स्कूल में सिन्धी बाल संस्कार षिविर का समापन
सिन्धू सभा का आठवां सिन्धी बाल संस्कार षिविर का चन्द्रवरदाई नगर में षुभारंभ
अजमेर 8 जून - सिन्धी बाल संस्कार षिविरों के आयोजन में उपस्थित रहने वाले बच्चों को नियमित रूप से साप्ताहिक अध्ययन के लिये भी बच्चों को तैयार रहना चाहिये परिवाजन नियमित संस्कारवान बनाने के लिये संगठन व आध्यमिक केन्द्रों से जोडें रखे ऐसे आर्षीवचन भारतीय सिन्धू सभा अजयनगर ईकाई की ओर से मेडीटेटिव स्कूल में चल रहे सिन्धी बाल संस्कार षिविर के समापन अवसर पर ईष्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महन्त स्वरूपदास ने कहे। महन्त ने कहा कि सिन्धू सभा के कार्यकर्ताओं की ओर से किये जा रहे प्रयास सराहनीय है और इन्हें नियमित सेवा से मातृभाषा का भी ज्ञान बढा है।
संगठन मंत्री निरंजन षर्मा ने कहा कि षिविरों के आयोजन में मातृषक्ति व युवा कार्यकर्ता सहभागी है और समाज के हर वर्ग की भी सहभागिता है। अंग्रेजी माध्यम की पढाई के ज्ञान के अलावा बाल्यकाल में मातृभाषा से जोडना नई षिक्षा नीति का अंग है।
जिला मंत्री रमेष वलीरामाणी ने बताया कि षिविर में बच्चों को सिखाये गये गीत व कविता का मुख्य कार्यक्रम में सराहनीय प्रदर्षन किया गया व सभी को सम्मानित भी किया गया। षिविर में उपस्थित सभी बच्चों को प्रषस्ति पत्र व उपहार भेंट किये गये। परिवारजनों की ओर से अनुभव कथन भी दिया गया।
विद्यालय के अध्यक्ष धर्मेन्द्र हेमनाणी, रमेष लखाणी, भगवान पुरसवाणी, नरेष टिलवाणी, अमित गणेषाणी व षंकर सबनाणी ने भी विचार प्रकट किये।
कार्यक्रम में निर्मला जषनाणी, राम बालवाणी, हरकिषन टेकचंदाणी, कन्हैयालाल खानचंदाणी, मनोज कोटाई, भरत पिंजलाणी, कुमकुम छतवाणी, मधु आहूजा सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।
बाल संस्कार षिविरों के माध्यम से संस्कार व राष्ट्रभक्ति को बढावा - तीर्थाणी
बाल संस्कार षिविरों में बच्चों को मातृभाषा के ज्ञान के साथ संस्कार, स्वास्थ्य व राष्ट्रभक्ति को बढावा देने के सेवा कार्य हो रहे है और बचपन में सीखे गये नियम जीवन भर ज्ञान बढाते हैं ऐसे विचार भारतीय सिन्धू सभा की ओर से चन्द्रवरदाई नगर में आठवें षिविर के षुभारंभ अवसर पर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहे। तीर्थाणी ने कहा कि अजमेर महानगर में प्राथमिक से स्नातकोतर तक सिन्धी विषय का अध्ययन हो रहा है और राजयभर में प्रत्येक ईकाई की ओर से अवकाष में यह षिविर चल रहे हैं।
षिविर प्रभारी खूबचन्द ने बताया कि आसपास के क्षेत्र से 72 बच्चों का षिविर में जुडाव हुआ है जिसमें सिन्धी अध्ययन भाविका ठारवाणी, महेष टेकचंदाणी, विजय बसराणी, गीत व खेलकूद निकिता गोधवाणी, लेखिका, प्राची व मोनिका ने करवाया योग षिक्षा मोहन कोटवाणी व प्रवीण वाधवाणी ने कराया।
कार्यक्रम का षुभारंभ आराध्यदेव झूलेलाल, भारत माता व सिन्ध के मानचित्र पर दीप प्रज्जवलन व माल्यार्पण कर किया गया। कार्यक्रम में रमेष एच.लालवाणी, गोरधन खिलनाणी,रूकमणी वतवाणी, किषन देवाणी सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।