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भारत करेगा किसानों के हितों की रक्षा, अमेरिका से व्यापार समझौते पर नहीं होगी जल्दबाज़ी: शिवराज चौहान"
भारत और अमेरिका के बीच चल रही व्यापार वार्ता के बीच केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ किया है कि किसी भी व्यापार समझौते से पहले भारत अपने किसानों के हितों की रक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देगा।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा – “भारत आंख मूंदकर कोई फैसला नहीं लेगा। हम हर संभावित समझौते का लाभ-हानि के आधार पर मूल्यांकन करेंगे।”
अमेरिका भारत से कृषि और बागवानी उत्पादों के लिए अधिक बाजार पहुंच की मांग कर रहा है। इस पर मंत्री का कहना है कि भारत कृषि बाजार को पूरी तरह खोलने को लेकर सतर्क है, ताकि घरेलू किसानों को नुकसान न हो।
नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, 2024 तक बीते तीन वर्षों में भारत ने अमेरिका को लगभग 5.75 अरब डॉलर के कृषि उत्पाद निर्यात किए, जबकि अमेरिका से भारत ने 2.22 अरब डॉलर के कृषि उत्पाद मंगवाए।
भारत और अमेरिका के बीच पहले चरण का व्यापार समझौता सितंबर से अक्टूबर 2025 के बीच तय होने की संभावना है। लेकिन सरकार का रुख स्पष्ट है – किसानों का हित सर्वोपरि रहेगा।