News Image

वार्ता से पहले अमेरिका-चीन में फिर टकराव, टैरिफ डील पर संकट के बादल

लंदन वार्ता से पहले अमेरिका-चीन में फिर तनाव, जिनेवा समझौते पर खतरा

अमेरिका और चीन के बीच लंदन में होने जा रही व्यापार वार्ता से पहले एक बार फिर नया विवाद सामने आया है। इससे जिनेवा में हुई उस समझौते पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं, जिसमें दोनों देशों ने 90 दिनों के लिए 100% से अधिक टैक्स को अस्थायी रूप से निलंबित करने पर सहमति जताई थी।

यह समझौता एक बढ़ते व्यापार युद्ध को टालने की कोशिश था, जो वैश्विक मंदी के खतरे को और बढ़ा सकता था। लेकिन अब सेमीकंडक्टर, रेयर अर्थ और चीनी छात्रों के वीजा जैसे मुद्दों पर दोनों देशों के बीच टकराव गहराता जा रहा है।

टेक्नोलॉजी पर नई तनातनी

जिनेवा समझौते के कुछ ही दिन बाद, अमेरिकी वाणिज्य विभाग ने चीन की कंपनी हुआवेई द्वारा इस्तेमाल की जा रही Ascend AI चिप्स को लेकर निर्यात नियंत्रण उल्लंघन की आशंका जताई। चीन ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी, क्योंकि अमेरिका लगातार चीनी कंपनियों को अत्याधुनिक तकनीक तक पहुंच से रोकने की कोशिश कर रहा है।

रेयर अर्थ पर चीन का वर्चस्व

रेयर अर्थ खनिजों पर चीन की मजबूत पकड़ भी विवाद का कारण बन रही है। ये खनिज ऑटोमोबाइल, रोबोटिक्स और सैन्य उपकरणों के लिए बेहद जरूरी हैं। हाल ही में चीन ने इन खनिजों के निर्यात पर लाइसेंस अनिवार्य कर दिया है, जिससे वैश्विक उद्योग जगत में चिंता बढ़ गई है। हालांकि चीन ने नियमों का पालन करने वालों को लाइसेंस देने की बात भी कही है।