
बढ़ते कोरोना केस से चिंता: 24 घंटे में 6 मौतें, एक्टिव मरीज 6000 के पार
कोरोना मामलों में बढ़ोतरी: सतर्क रहें, घबराएं नहीं
देश में एक बार फिर कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। बीते 24 घंटे में 378 नए मरीज सामने आए हैं, जबकि 753 लोग इस संक्रमण से ठीक भी हुए हैं। साल 2025 में अब तक कुल 6237 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, भले ही मामलों की संख्या बढ़ रही हो, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। डॉक्टरों का कहना है कि यह उछाल चिंता का विषय जरूर है, लेकिन फिलहाल देश में फैला ओमिक्रॉन का सब-वैरिएंट अपेक्षाकृत हल्का है। इसके लक्षण या तो बेहद मामूली हैं या फिर कई मरीजों में लक्षण दिखाई ही नहीं दे रहे।
लेकिन आंकड़े जरूर सतर्क कर रहे हैं—22 मई को जहां देश में कुल 257 एक्टिव केस थे, वहीं 8 जून तक यह आंकड़ा 6133 तक पहुंच गया है। यानी महज 15 दिनों में 30 गुना से भी ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। कुछ राज्यों से कोरोना से मौत के मामले भी सामने आए हैं।
विश्व स्तर पर भी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। ओमिक्रॉन स्ट्रेन की यह लहर हांगकांग और सिंगापुर से शुरू होकर अब भारत तक पहुंच गई है। ऐसे में सवाल उठता है—क्या देश में एक बार फिर मास-वैक्सीनेशन की जरूरत है?
विशेषज्ञों की राय में, अभी सबसे जरूरी है सावधानी। मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, और हाथ धोने जैसे प्राथमिक उपायों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। जो भी पात्र हैं, उन्हें बूस्टर डोज जरूर लगवानी चाहिए।
सरकार और स्वास्थ्य एजेंसियां हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। फिलहाल घबराने की नहीं, बल्कि जागरूक और जिम्मेदार नागरिक बनने की जरूरत है।