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अवैध खनन की रोकथाम पर जिला कलक्टर श्री लोकबंधु की अध्यक्षता में बैठक आयोजित
वीसी के माध्यम से अधिकारियों को दिए निर्देश
अजमेर , 5 अप्रैल। माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के निर्देशानुसार जिले में अवैध खनन, भंडारण एवं निर्गमन पर अंकुश लगाने के लिए जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु की अध्यक्षता में शनिवार को वीसी के माध्यम से बैठक आयोजित की गई। बैठक में समस्त ब्लॉक स्तरीय अधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े।
जिला कलक्टर श्री लोकबंधु ने अवैध खनन, भंडारण एवं निर्गमन पर अंकुश लगाने के लिए विशेष जांच टीम के समस्त विभागों को अभियान रूप में सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिस, जिला प्रशासन, वन, परिवहन और खनन विभाग को आपसी समन्वय बनाकर काम करना होगा। इससे अवैध खनन पर पूरी तरह से रोक लग सकेगी। अवैध खनन की मॉनिटरिंग के लिए ड्रोन सर्वे और आधुनिक तकनीकों का उपयोग करने को निर्देशित किया। साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंतर््ी के निर्देशानुसार अधिकारियों एवं कर्मचारियों की संलिप्तता पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि केकड़ी एवं सावर क्षेत्र से अवैध खनन की शिकायतें अधिक प्राप्त हो रही हैं। इन क्षेत्रों में अवैध भंडारण एवं निर्गमन को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। खनन माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए उनकी संपत्ति एवं उपकरण जब्त करने को निर्देशित किया। एसआईटी की नियमित बैठकें आयोजित कर चिन्हित संदिग्ध क्षेत्रें में आकस्मिक संयुक्त कार्रवाई करने एवं नदी के पाट क्षेत्र से बजरी खनन पर विशेष नजर रखने को निर्देशित किया।
उन्होंने अवैध खनन की सूचना एकत्र कर सुनियोजित रूप से कार्रवाई करने के निर्देश दिए। खातेदारी भूमि में अवैध खनन के तहत दर्ज प्रकरणों की सूचना प्रेषित करने एवं राजस्व कार्मिकों को गिरदावरी के दौरान अवैध खनन की सूचना एकत्र करने के लिए भी निर्देशित किया। जिला प्रशासन अवैध खनन की रोकथाम के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है । इस दिशा में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अवैध खनन की गतिविधियों की सूचना मिलने पर त्वरित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने अवैध खनन की शिकायत पर एफआईआर दर्ज करने, संवेदनशील क्षेत्रें में चेक पोस्ट लगाकर निर्गमन पर नजर रखने, वैकल्पिक मार्गों की निगरानी करने के निर्देश दिए। कार्रवाई से पूर्व सूचना लीक होने की आशंका पर रणनीति बनाकर प्रभावी कार्रवाई करने को निर्देशित किया।