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💰 2.5 लाख करोड़ की नकदी से बैंकों को संजीवनी! क्या होगा आपके लोन और EMI पर असर?

भारतीय रिजर्व बैंक का बड़ा फैसला: कैश रिजर्व रेशियो में कटौती से बैंकों को मिलेगा 2.5 लाख करोड़ रुपये का अतिरिक्त फंड

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के उद्देश्य से रेपो रेट के साथ-साथ कैश रिजर्व रेशियो (CRR) में भी बड़ी कटौती की है। इस ऐतिहासिक फैसले के तहत सीआरआर को चरणबद्ध रूप से 4% से घटाकर 3% किया जाएगा, जिससे बैंकिंग प्रणाली में 2.5 लाख करोड़ रुपये की अतिरिक्त तरलता आएगी।

मुख्य बिंदु:

सीआरआर में 100 आधार अंकों की कटौती की घोषणा

चार चरणों में लागू होगी यह कटौती: 6 सितंबर, 4 अक्टूबर, 1 नवंबर और 29 नवंबर 2025 से

ग्राहकों को मिलेगा फायदा:

कम ब्याज दरों पर लोन

आसान ईएमआई

फाइनेंसिंग में आसानी

बैंकिंग सेवाओं में प्रतिस्पर्धा और बेहतर ऑफर

क्या है कैश रिजर्व रेशियो (CRR)?
यह वह न्यूनतम रकम है जिसे बैंक को नकद रूप में आरबीआई के पास रखना होता है। इसमें कटौती से बैंकों के पास ज्यादा फंड उपलब्ध होता है, जिसे वे लोन, निवेश और अन्य गतिविधियों में लगा सकते हैं।

पिछली बड़ी कटौती:
मार्च 2020 में कोविड के दौरान RBI ने 1% की सीधी कटौती कर राहत दी थी। अब एक बार फिर अर्थव्यवस्था में नई जान फूंकने की कोशिश की जा रही है।

आर्थिक गति को मिलेगा बल:
सस्ते लोन से बढ़ेगा उपभोग और निवेश, जिससे अर्थव्यवस्था में नई ऊर्जा आएगी।