
माय भारत पोर्टल से जुड़ी एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन
30 मई 2025 को सम्राट पृथ्वीराज चैहान राजकीय महाविद्यालय, अजमेर में “माय भारत पोर्टल“ पर केंद्रित एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा, राजस्थान, जयपुर, क्षेत्रीय निदेशालय, राष्ट्रीय सेवा योजना (छैै) तथा महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित की गई। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारियों को माय भारत पोर्टल की कार्यप्रणाली, उपयोगिता और विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध अवसरों से परिचित कराना था।
कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में क्षेत्रीय निदेशालय के प्रतिनिधि श्री सौरभ शुक्ला उपस्थित रहे। अपने वक्तव्य में उन्होंने “माय भारत पोर्टल“ की व्यापकता को रेखांकित करते हुए कहा कि यह पोर्टल भारत सरकार की एक महत्त्वपूर्ण डिजिटल पहल है, जो विद्यार्थियों को समाजोपयोगी गतिविधियों में भाग लेने का सीधा मंच प्रदान करता है। यह एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म है जहाँ छात्र अनुभवजन्य अधिगम (म्गचमतपमदजपंस स्मंतदपदह) के माध्यम से व्यावहारिक ज्ञान अर्जित कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस पोर्टल के अंतर्गत विद्यार्थियों को साइबर सुरक्षा, जन औषधि योजना, स्वच्छता अभियान, महिला सशक्तीकरण, पर्यावरण संरक्षण, डिजिटल साक्षरता जैसे विभिन्न विषयों पर आधारित निःशुल्क प्रमाणित पाठ्यक्रमों में भाग लेने का अवसर प्राप्त होता है। इन पाठ्यक्रमों को पूर्ण करने पर विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र के साथ-साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत क्रेडिट स्कोर भी प्रदान किया जाएगा, जो उनके अकादमिक मूल्यांकन में जोड़ा जाएगा। श्री शुक्ला ने जोर देते हुए कहा कि माय भारत पोर्टल युवाओं को केवल जानकारी नहीं देता, बल्कि उन्हें समाज सेवा के लिए प्रेरित करते हुए राष्ट्र निर्माण में उनकी सक्रिय भूमिका सुनिश्चित करता है।
कार्यशाला की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. (डॉ.) मनोज कुमार बहरवाल ने की। उन्होंने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना सेवा, समर्पण और सामाजिक उत्तरदायित्व का सजीव प्रतीक है। “माय भारत पोर्टल“ इस दिशा में एक अभिनव डिजिटल पहल है जो विद्यार्थियों को कक्षा से बाहर निकलकर समाज की वास्तविक आवश्यकताओं से जोड़ने का सशक्त माध्यम है। उन्होंने यह भी कहा कि एनएसएस के माध्यम से विद्यार्थी “स्वयं से पहले आप“ की भावना को आत्मसात करते हैं और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में अग्रसर होते हैं। प्राचार्य डॉ. बहरवाल ने उपस्थित कार्यक्रम अधिकारियों से आग्रह किया कि वे विद्यार्थियों को इस पोर्टल के माध्यम से सक्रिय रूप से जोड़ें और उन्हें अनुभवात्मक शिक्षा की ओर उन्मुख करें।
जिला समन्वयक डॉ. हरभान सिंह ने कार्यशाला में भाग ले रहे सभी महाविद्यालयों के कार्यक्रम अधिकारियों और प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि माय भारत पोर्टल विद्यार्थियों को केवल तकनीकी दक्षता ही नहीं, बल्कि सामाजिक चेतना, नेतृत्व क्षमता और राष्ट्र सेवा की भावना भी प्रदान करता है। उन्होंने यह भी कहा कि यह आवश्यक है कि जिले के प्रत्येक महाविद्यालय में विद्यार्थी इस पोर्टल से जुड़ें और वहां उपलब्ध परियोजनाओं में नियमित सहभागिता करें। उन्होंने सभी अधिकारियों से अपील की कि वे अपने संस्थानों में इसके प्रचार-प्रसार हेतु विशेष जागरूकता अभियान चलाएं।
कार्यशाला का समुचित संयोजन महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के कार्यक्रम अधिकारियों डॉ. आशुतोष पारीक, डॉ. विजय कुमार एवं डॉ. सीमा गोठवाल के नेतृत्व में किया गया। कार्यक्रम का प्रभावशाली संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. उमेश दत्त ने किया। कार्यशाला की सफलता में एनएसएस वॉलंटियर्स मोहित सैनी, मीनाक्षी शर्मा, लोकेश साहू, गौरव कुर्डिया, पर्ल, भावना, खुशी और ऋतु राठौड़ का विशेष योगदान रहा, जिन्होंने पूरे आयोजन में अनुकरणीय समर्पण और कार्यकुशलता का परिचय दिया।
यह कार्यशाला केवल एक तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम नहीं थी, बल्कि यह विद्यार्थियों के लिए समाज के साथ जुड़कर सीखने, समझने और सेवा करने की एक सशक्त प्रेरणा बनकर सामने आई। “माय भारत पोर्टल“ जैसी पहलें युवाओं को डिजिटल और सामाजिक रूप से सक्षम बनाते हुए उन्हें भावी नेतृत्व के लिए तैयार करती हैं। इस कार्यशाला के माध्यम से यह स्पष्ट हुआ कि भारत का युवा वर्ग यदि सही दिशा और संसाधनों से जुड़ जाए, तो वह राष्ट्र निर्माण की सबसे बड़ी ताकत बन सकता है।