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ओआरएस क्या है? डिहाइड्रेशन में इसका महत्व और सही समय पर सेवन कैसे करें"

ओआरएस यानी ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन क्या है?
ओआरएस एक ऐसा घोल है जो शरीर में पानी और जरूरी खनिजों (इलेक्ट्रोलाइट्स) की कमी को पूरा करता है, खासकर जब कोई व्यक्ति डिहाइड्रेशन यानी निर्जलीकरण का शिकार हो जाता है। यह घोल पानी, चीनी, और इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे सोडियम और पोटेशियम का मिश्रण होता है।

ओआरएस का महत्व क्यों है?

शरीर को पुनर्जीवित करता है: ओआरएस शरीर को खोए हुए पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स को वापस भरने में मदद करता है, जिससे शरीर जल्दी ठीक होता है।

गंभीर समस्याओं से बचाव: यह डिहाइड्रेशन के कारण हो सकने वाली गंभीर जटिलताओं जैसे हाइपोवोलेमिक शॉक से बचाता है।

सरल और सस्ता समाधान: दस्त या उल्टी की वजह से होने वाले निर्जलीकरण के इलाज के लिए यह एक आसान, प्रभावी और सुलभ तरीका है।

सभी उम्र के लिए सुरक्षित: बच्चे, बुजुर्ग या कोई भी व्यक्ति इसे आराम से ले सकता है।

कब और कैसे लें ओआरएस?

जब डिहाइड्रेशन के लक्षण नजर आएं, जैसे बार-बार पेशाब आना, मूत्र का गहरा पीला होना, मुँह सूखना या चक्कर आना।

दस्त के दौरान: शरीर से पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स तेजी से निकलते हैं, इसलिए ओआरएस लेना जरूरी है।

उल्टी के दौरान: ओआरएस को थोड़ा-थोड़ा करके दें ताकि उल्टी न बढ़े।

बच्चों के लिए: हर 2-4 मिनट में एक चम्मच ओआरएस देना चाहिए।

छोटे बच्चों के लिए: स्तनपान या फॉर्मूला दूध देने से पहले ओआरएस दिया जा सकता है।

ओआरएस लेते वक्त ध्यान रखें:

इसे पानी में ही घोलें, दूध, फलों का रस या सूप में नहीं।

घोल में अतिरिक्त चीनी या नमक न डालें।

घर पर बनाते समय सही मात्रा में ही चीनी और नमक मिलाएं, क्योंकि ज्यादा डालने से नुकसान हो सकता है।

सारांश:
ओआरएस शरीर को निर्जलीकरण से बचाने और जल्दी ठीक करने का एक सरल, सुरक्षित और प्रभावी तरीका है। सही समय पर इसका सेवन करने से आप अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं।