
राजस्थान पर पाकिस्तानी ड्रोन हमला: सेना ने किया नाकाम, बॉर्डर ज़िलों में अलर्ट
राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में एक बार फिर पाकिस्तान की नापाक हरकत सामने आई है। उत्तरलाई, फलोदी, नाल और जैसलमेर-पोकरण में गुरुवार देर रात ड्रोन से हमले किए गए, जिन्हें भारतीय सेना ने तत्परता से नाकाम कर दिया। सेना ने सभी दुश्मन ड्रोन को हवा में ही मार गिराया।
इन हमलों के चलते राजस्थान के छह ज़िलों — जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, पाली और श्रीगंगानगर — में सुरक्षा कारणों से ब्लैकआउट किया गया। बाड़मेर में रात 9 बजे से सुबह 4 बजे तक और जैसलमेर में सुबह 6 बजे तक अंधेरा पसरा रहा।
ड्रोन का मलबा और जिंदा बम मिले
जैसलमेर शहर के सूली डूंगर क्षेत्र में पाकिस्तानी ड्रोन का मलबा बरामद हुआ है, वहीं किशनघाट क्षेत्र की एक बस्ती में जिंदा बम मिलने से सनसनी फैल गई। मौके पर सेना और पुलिस की टीमें पहुंच चुकी हैं और जांच जारी है।
सरकार की त्वरित कार्रवाई: हाई अलर्ट और तैनातियां
देश के हालिया हालात — खासकर पहलगाम में हुए आतंकी हमले और उसके बाद भारत द्वारा किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ — के चलते भारत-पाक सीमा पर तनाव चरम पर है। ऐसे में राजस्थान सरकार भी पूरी तरह सतर्क हो गई है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गुरुवार देर रात एक उच्च स्तरीय बैठक की, जिसमें मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी, इंटेलिजेंस डीजी और एडीजी कानून-व्यवस्था ने हिस्सा लिया।
सरकार ने बॉर्डर ज़िलों में रातोंरात अफसरों की पोस्टिंग कर दी है। 9 आरएएस अधिकारियों की नियुक्ति की गई है, जिनमें प्रमुख नाम हैं:
महेश चंद्र मान – एसडीएम, भणियाणा (जैसलमेर)
प्रभजोत सिंह गिल – एसडीएम, मूंडवा
लाखाराम – एसडीएम, पोकरण
संदीप चौधरी – एसडीएम, बज्जू (बीकानेर)
कुणाल राहड़ – एसडीएम, बीकानेर उत्तर
भरतराज गुर्जर – एसडीएम, फतेहगढ़
रामलाल मीणा – एसडीएम, गडरा रोड (बाड़मेर)
कविता गोदारा – सहायक कलेक्टर, सीकर
साथ ही, अग्निशमन अधिकारी, राजस्व अधिकारी और 75 अतिरिक्त फायर ब्रिगेड यूनिट्स भी बॉर्डर इलाकों में भेजी जा रही हैं।