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देश में तेजी से बढ़ रहा लिवर रोग, जानिए डॉक्टर ने क्या सुझाया बचाव का तरीका

फैटी लिवर डिजीज: हर तीसरे भारतीय को हो सकता है खतरा, मैग्नीशियम युक्त आहार से मिलेगी राहत

देश में फैटी लिवर डिजीज एक तेजी से बढ़ती हुई स्वास्थ्य समस्या बनती जा रही है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, हर तीसरे व्यक्ति को इस बीमारी का खतरा हो सकता है। यह समस्या अब केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं रही, बल्कि बच्चों और युवाओं में भी इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि खराब जीवनशैली और असंतुलित खानपान ने लिवर को कमजोर कर दिया है, जिससे फैटी लिवर जैसी गंभीर स्थिति उत्पन्न हो रही है।

मैग्नीशियम युक्त आहार से लिवर को मिलेगी ताकत

अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित एक अस्पताल के गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. जोसेफ सलहब के अनुसार, अगर हम अपनी डाइट में मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थों को नियमित रूप से शामिल करें, तो लिवर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद मिल सकती है और फैटी लिवर जैसी समस्या से बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि मैग्नीशियम शरीर में सूजन और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है, जो लिवर की बीमारियों के मुख्य कारण हैं।

शोध क्या कहते हैं?

अध्ययनों से यह स्पष्ट हुआ है कि जो लोग अपने आहार में मैग्नीशियम की पर्याप्त मात्रा लेते हैं, उनमें नॉन-अल्कोहलिक फैटी लिवर डिजीज (NAFLD) का खतरा काफी हद तक कम होता है। यह खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो शराब नहीं पीते लेकिन फिर भी फैटी लिवर की समस्या से जूझ रहे हैं। डॉ. सलहब कहते हैं कि मैग्नीशियम सप्लीमेंट्स भी डॉक्टरी सलाह पर लिए जा सकते हैं।

किन चीजों से पूरी हो सकती है मैग्नीशियम की जरूरत?

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, वयस्कों को प्रतिदिन लगभग 400-420 मिलीग्राम मैग्नीशियम की आवश्यकता होती है। इसके लिए आप इन खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं:

कद्दू के बीज

पालक और अन्य हरी पत्तेदार सब्जियां

बीन्स और दालें

डार्क चॉकलेट

बादाम, काजू जैसे नट्स

लाइफस्टाइल में बदलाव भी जरूरी

फैटी लिवर से बचाव सिर्फ आहार तक सीमित नहीं है। इसके लिए जीवनशैली में भी सुधार जरूरी है। वजन को नियंत्रित रखना, नियमित व्यायाम करना और संतुलित आहार लेना इस दिशा में अहम कदम हैं। इसके साथ ही शराब, मीठे और अत्यधिक नमक के सेवन से बचना चाहिए।

स्वस्थ लिवर, स्वस्थ जीवन

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव अपूर्व चंद्रा ने भी हाल ही में एक कार्यक्रम में लोगों को इस समस्या को हल्के में न लेने और लिवर की सेहत के प्रति सजग रहने की सलाह दी थी। यह स्पष्ट है कि यदि समय रहते ध्यान दिया जाए तो फैटी लिवर जैसी गंभीर स्थिति से बचा जा सकता है।