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रोहिंग्याओं पर कार्रवाई की मांग, पाक जायरीनों के प्रवेश पर रोक को लेकर भाजपा ने ज्ञापन सौंपा

शहर में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्याओं और बांग्लादेशियों पर कार्रवाई करने और दरगाह आने वाले पाकिस्तानी जायरीनों पर रोक लगाने के लिए आज भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा।

हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश देखने को मिल रहा है। इसी क्रम में अजमेर शहर में भी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता जताई जा रही है। गुरुवार को भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने अजमेर के जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर शहर में छिपकर रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। साथ ही उर्स मेले के दौरान पाकिस्तानी जायरीनों के प्रवेश पर रोक लगाने की मांग भी ज्ञापन में प्रमुखता से उठाई गई।

 

भाजपा शहर जिला अध्यक्ष रमेश सोनी ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले कुछ वर्षों में बांग्लादेशी घुसपैठियों की संलिप्तता चोरी, लूटपाट और नशा तस्करी जैसे गंभीर आपराधिक मामलों में सामने आई है। उन्होंने कहा कि ऐसे तत्वों को चिन्हित कर कानूनी कार्रवाई की जाए और उन्हें शहर से बाहर किया जाए। साथ ही शहर की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रतिष्ठानों और निवास स्थानों पर कार्यरत कर्मचारियों की पृष्ठभूमि की जांच और पुलिस सत्यापन अनिवार्य किया जाए।ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि कुछ पाकिस्तानी नागरिक जो विवाह के बाद बिना वैध वीजा के अजमेर में निवास कर रहे हैं वे भी संदेह के घेरे में हैं। भाजपा ने मांग की कि ऐसे संदिग्ध व्यक्तियों को तत्काल पहचान कर पाकिस्तान वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू की जाए।

भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि शहर के कुछ संवेदनशील क्षेत्रों जैसे तारागढ़, अंदरकोट, नागफणी, लोंगिया, रातीडांग, ईदगाह और सोमलपुर में घुसपैठियों द्वारा वन विभाग और सरकारी जमीनों पर अवैध निर्माण किया गया है। पार्टी ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे सभी निर्माणों की पहचान कर उन्हें तत्काल ध्वस्त किया जाए। उर्स मेले के दौरान पाकिस्तान से बड़ी संख्या में जायरीन अजमेर दरगाह पर आते हैं। भाजपा का कहना है कि मौजूदा हालात और जनभावनाओं को देखते हुए इस वर्ष पाकिस्तानी जायरीनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।