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आर्य महासम्मेलन मुम्बई में राजस्थान से 300 ऋषिभक्त पहुँचे

आर्य महासम्मेलन मुम्बई में राजस्थान से 300 ऋषिभक्त पहुँचे* 

*भारत की आजादी में आर्यसमाज का योगदान सर्वोपरि - रामधनी मॉरीशस* 

*आर्यसमाज की स्थापना के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में मुम्बई में आयोजित हुआ विराट आर्य महासम्मेलन*  
 

अजमेर/मुम्बई 31 मार्च, 2025
आर्य प्रतिनिधि सभा राजस्थान के प्रवक्ता डॉ. मोक्षराज ने बताया कि सन् 1875 में महर्षि दयानंद सरस्वती ने मुम्बई स्थित काकड़वाड़ी में विश्व का पहला आर्यसमाज स्थापित किया था । जिसकी स्थापना को 150 वर्ष पूरे हो गए हैं । इस उपलक्ष्य में नवी मुंबई में एक विशाल आर्य महासम्मेलन का आयोजन किया गया । इस महासम्मेलन में देश-विदेश के हजारों लोगों ने भाग लिया, जिनमें आर्य प्रतिनिधि राजस्थान के प्रधान किशन लाल गहलोत के नेतृत्व में प्रदेशभर से 300 आर्यसमाजी भी सम्मिलित हुए ।

*भारत व मॉरीशस के दिग्गजों ने उपस्थिति दी-* 

अमेरिका स्थित भारतीय राजदूतावास में प्रथम सांस्कृतिक राजनयिक रहे डॉ. मोक्षराज ने बताया कि समारोह में गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मॉरीशस के पूर्व प्रधानमंत्री रामधनी, केंद्र सरकार में वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, इंडिया टीवी के प्रमुख रजत शर्मा, उत्तर प्रदेश सरकार के संस्कृति मंत्री ठाकुर जयवीर सिंह, महाराष्ट्र सरकार के जल शक्ति मंत्री राधाकृष्ण विखे पाटिल एवं राम जन्मभूमि से जुड़े सुप्रसिद्ध वकील विष्णुशंकर जैन व मनोज मुंतशिर आदि ने आर्यसमाज के योगदान एवं महर्षि दयानंद सरस्वती के विराट व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला । इस अवसर पर मॉरीशस के पूर्व प्रधानमंत्री रामधनी ने कहा कि भारत की आजादी में आर्यसमाज का योगदान सर्वोपरि था । 

*आर्यसमाज के संत, उद्योगपति एवं मूर्धन्य विद्वानों का समागम-* 

डॉ. मोक्षराज ने बताया कि आर्य महासम्मेलन मुंबई के इस विराट आयोजन में सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान सुरेश चन्द्र अग्रवाल, महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के उपलक्ष्य में दो वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आरंभ किए गए ज्ञान-ज्योति पर्व के अध्यक्ष एवं प्रसिद्ध उद्योगपति सुरेंद्र कुमार आर्य, डॉलर फाउंडेशन के प्रमुख एवं प्रसिद्ध समाजसेवी दीनदयाल गुप्ता, दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान एवं राजस्थान उच्च न्यायालय में महर्षि मनु महाराज की प्रतिमा स्थापित रखने के प्रबल पक्षकार डॉ. धर्मपाल आर्य, सार्वदेशिक आर्यवीर दल के प्रधान स्वामी देवव्रत सरस्वती, डॉ. वागीश, समारोह के रचनाकार एवं दिल्ली आर्य प्रतिनिधि सभा के महामंत्री विनय आर्य, नलिनी देशपांडे, वैदिक वैज्ञानिक आचार्य अग्निव्रत नैष्ठिक, मुनि सत्यजित्, साध्वी ऋतिमा, डॉ. नंदिता शास्त्री, स्वामी विवेकानंद, प्रसिद्ध संन्यासी स्वामी सच्चिदानंद सरस्वती, निर्भीक राष्ट्रवादी वक्ता गौतम ठक्कर, ओजस्वी उपदेशिका डॉ. आयुषी राणा एवं आचार्य वरुणदेव आदि ने अपने विचारों से हजारों लोगों को राष्ट्र के नव निर्माण की प्रेरणा दी । 

 *राजस्थान से पहुँचे प्रमुख आर्यनेता व कार्यकर्ता-*

 डॉ. मोक्षराज ने बताया कि आर्य प्रतिनिधि सभा राजस्थान के प्रधान एवं राखी उद्योग से जुड़े प्रसिद्ध व्यवसायी किशनलाल गहलोत एवं पतंजलि पशु आहार से जुड़े प्रसिद्ध व्यवसायी एवं आर्य प्रतिनिधि सभा राजस्थान के कोषाध्यक्ष जयसिंह गहलोत के नेतृत्व में जोधपुर, बीकानेर, कोटा, उदयपुर, जयपुर व अजमेर संभाग से 300 लोग पहुँचे । इनमें आर्य प्रतिनिधि सभा राजस्थान, भरतपुर संभाग के उपप्रधान मानसिंह आर्य, बीकानेर संभाग के उप प्रधान रवि चड्ढा, कोटा से पी. सी. मित्तल आदि के साथ कई समूहों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया तथा समारोह के बाद मायानगरी मुंबई का भ्रमण भी किया ।