
राजकीय महिला अभियांत्रिकी महाविद्यालय, अजमेर एवं माइक्रोन सेमीकंडक्टर के बीच हुआ समझौता-पत्र – तकनीकी शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में ऐतिहासिक पहल
राजकीय महिला अभियांत्रिकी महाविद्यालय, अजमेर एवं माइक्रोन सेमीकंडक्टर के बीच हुआ समझौता-पत्र – तकनीकी शिक्षा, महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में ऐतिहासिक पहल*
स्थान: अजमेर | दिनांक: 30 अप्रैल 2025
राजकीय महिला अभियांत्रिकी महाविद्यालय, अजमेर ने आज उच्च तकनीकी शिक्षा एवं औद्योगिक सहयोग के क्षेत्र में एक नया अध्याय रचते हुए वैश्विक सेमीकंडक्टर अग्रणी कंपनी माइक्रोन सेमीकंडक्टर के साथ एक समझौता-पत्र (MoU) पर हस्ताक्षर किए। यह सहयोग विशेष रूप से महिला अभियंताओं के लिए तकनीकी कौशल, प्रशिक्षण, रोजगार और नवाचार के नए अवसर प्रदान करेगा।
यह समझौता ऐसे समय में हुआ है जब भारत सरकार मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर, विशेषकर सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री की स्थापना और विस्तार पर तेज़ी से बल दे रही है। यह क्षेत्र न केवल भारत को वैश्विक तकनीकी मानचित्र पर स्थापित करेगा, बल्कि देश में लाखों नए रोजगारों के अवसर भी उत्पन्न करेगा। ऐसे में यह MoU युवाओं को उद्योग के लिए तैयार करने की दिशा में एक रणनीतिक पहल सिद्ध होगा।
कार्यक्रम के *मुख्य अतिथि श्री लोक बंधु, जिला कलेक्टर, अजमेर* थे, जिन्होंने छात्रों और संस्थान को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा: “राजकीय महिला अभियांत्रिकी महाविद्यालय, अजमेर जैसी संस्थाएं अब राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर की कंपनियों से जुड़कर छात्राओं को उद्योग से जोड़ने का कार्य कर रही हैं। यह साझेदारी ना केवल शिक्षा का विस्तार है, बल्कि आत्मनिर्भर भारत की नींव को भी सशक्त कर रही है।”
माइक्रोन सेमीकंडक्टर की ओर से वरिष्ठ पदाधिकारियों की टीम उपस्थित रही, जिनमें *श्री गुरशरण सिंह, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट – ग्लोबल असेंबली एवं टेस्ट, श्री शहबाज सैयद, टैलेंट एक्विजिशन प्रमुख, सुश्री मोइरा दावा, प्रोग्राम मैनेजर – माइक्रोन गिव्स, श्री अमरिंदर सिद्धू,* जिन्होंने इस MoU को धरातल पर उतारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
*प्राचार्या प्रो. (डॉ.) प्रकृति त्रिवेदी* ने कहा: “इस MoU से न केवल प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि छात्राएं विश्वस्तरीय तकनीकी वातावरण से जुड़कर अपने आत्मविश्वास और पहचान को भी नया आयाम देंगी।”
*श्री गुरशरण सिंह ने कहा:* “हमारा लक्ष्य है स्थानीय प्रतिभाओं को वैश्विक मंच देना। महिला अभियांत्रिकी महाविद्यालय, अजमेर से साझेदारी हमारे उस संकल्प का हिस्सा है जिसके तहत हम महिलाओं को मैन्युफैक्चरिंग एवं सेमीकंडक्टर क्षेत्रों में नेतृत्व करने के लिए तैयार करना चाहते हैं।”
*श्री शहबाज सैयद ने कहा:* “भारत में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। महिला अभियांत्रिकी महाविद्यालय, अजमेर जैसी संस्थाएं प्रतिभा को निखारने का कार्य कर रही हैं और हम इस सहयोग से गर्वित हैं।”
सु *श्री मोइरा दावा ने कहा:* “Micron Gives के माध्यम से हम शिक्षा, समानता और सामाजिक सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह समझौता छात्राओं के लिए एक परिवर्तनकारी अवसर सिद्ध होगा।”
श्री अमरिंदर सिद्धू को विशेष रूप से धन्यवाद दिया गया, जिन्होंने इस योजना की निरंतर निगरानी और क्रियान्वयन सुनिश्चित किया।
कार्यक्रम के सफल संचालन में Er. यशविन गुप्ता, फैकल्टी कोऑर्डिनेटर, CR&CRC और TPO, Dr. नीतू राठौड़, TPO, Er. अरविंद शर्मा, समन्वयक – III Cell, Er. चेतन सेलवाल, MOU समन्वयक, Dr. प्रियका गुप्ता, समन्वयक – II Cell का महत्वपूर्ण योगदान रहा
जहाँ CR&CRC (Career Readiness and Corporate Relations Cell) का उद्देश्य छात्राओं को उद्योगों के लिए तैयार करना है, वहीं III Cell (Industry-Institute Interaction Cell) एवं II Cell (Industry Interaction Cell) इन साझेदारियों के माध्यम से अकादमिक और औद्योगिक समन्वय को मजबूत करते हैं।
*CR&CRC समन्वयक Er. यशविन गुप्ता ने कहा:* “प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2027-28 तक भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है। यह लक्ष्य तभी संभव होगा जब हम तकनीकी रूप से दक्ष कार्यबल तैयार करें। यह समझौता-पत्र उसी दिशा में एक सशक्त कदम है। संस्थान और माइक्रोन इस MoU के हर पहलू को पूरी निष्ठा और प्रतिबद्धता से लागू करने के लिए संकल्पित हैं।”
*छात्राओं की ओर से प्रतिक्रियाएँ:*
छात्राओं ने इस MoU को अपने करियर के लिए एक ऐतिहासिक अवसर बताया और विशेष रूप से इस बात को लेकर उत्साह और उम्मीद जताई कि इससे उन्हें बेहतर सीखने और रोजगार के अवसर मिलेंगे। सभी छात्राओं ने इस अवसर को एक "करियर टर्निंग पॉइंट" की संज्ञा दी और कॉलेज प्रबंधन एवं माइक्रोन को इसके लिए हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया।
*कृति जैन (Final Year, B.Tech CSE) ने कहा:* “Micron जैसी कंपनी से जुड़ना हमारे लिए गर्व की बात है। यह साझेदारी हमारे करियर को एक नई दिशा देगी। Micron जैसी विश्वस्तरीय कंपनी के साथ साझेदारी हमें एक वैश्विक दृष्टिकोण देगी और हम अब सिर्फ डिग्री नहीं, इंडस्ट्री के अनुरूप कौशल भी विकसित कर पाएंगे।”
*कनक अग्रवाल (Final Year, AIML) ने कहा:* “अब हमें cutting-edge technologies के साथ काम करने का अनुभव मिलेगा जो पहले संभव नहीं था। इस तरह के सहयोग हमें आत्मनिर्भर बनने की ओर प्रेरित करते हैं। इससे हमारी टेक्निकल समझ और कॉन्फिडेंस दोनों को बल मिलेगा “
*श्रुति भारद्वाज (Final Year, EE) ने कहा:* “यह पहल न केवल टेक्निकल ग्रोथ बल्कि हमारी प्रोफेशनल ग्रोथ में भी मददगार होगी। हमारा कॉलेज आज एक उदाहरण बन गया है कि सरकारी संस्थाएं भी ग्लोबल कंपनियों के साथ बराबरी से कदम मिलाकर चल सकती हैं।”
*हिमांशी राठौड़ (3rd Year, CSE) ने कहा:* “ऐसे अवसर हमें कॉलेज में ही इंडस्ट्री से जोड़ देते हैं, जो बहुत मूल्यवान है। आज का दिन हमें प्रेरित कर रहा है कि अगर हम प्रयास करें तो हम कहीं भी पहुंच सकते हैं – चाहे वह Silicon Valley हो या भारत में सेमीकंडक्टर हब।“
*गार्गी गौर (3rd Year, CSE) ने कहा:* “Micron के साथ सीखने का मौका पाकर हम खुद को और बेहतर तैयार कर सकेंगी। अब हमें लग रहा है कि हमारे कॉलेज की पढ़ाई और इंडस्ट्री के बीच एक मजबूत पुल बन चुका है।”
*प्राची सैनी (2nd Year, ME) ने कहा: “* सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में अब महिलाओं के लिए भी बड़े अवसर खुल रहे हैं, यह हमारे लिए प्रेरणा है। यह शुरुआत है उस भविष्य की जिसमें हम जैसी छात्राएं भी सेमीकंडक्टर जैसे हाईटेक सेक्टर में आगे बढ़ सकेंगी।”