
पहलगाम आतंकी हमले में दिवंगतों के लिए श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, राजस्थान (उच्च शिक्षा) एवं महर्षि दयानंद सरस्वती विश्विद्यालय अजमेर के सभी शिक्षकों, अधिकारीयों, कर्मचारियों , शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों ने विश्विद्यालय मुख्य द्वार पर 22 अप्रैल 2025 को पहलगाम, जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में दिवंगत हुए 26 निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया
श्रद्धांजलि सभा में अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रो सुभाष चन्द्र ने दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि यह कायरता पूर्ण कृत्य राष्ट्र की आत्मा पर हमला है ; यह न केवल हमारे नागरिकों पर, बल्कि हमारी एकता, शांति और मानवता पर हमला है। हम उन सभी हताहतों को नमन करते हैं, जो राष्ट्र के विभिन्न प्रदेशों से होने के साथ साथ विविधता और एकता के प्रतीक थे। प्रो. सुभाष चन्द्र ने देशवासियों से आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होने और शांति की स्थापना के लिए संकल्प लेने का आह्वान किया।
एबीआरएसएम राजस्थान उच्च शिक्षा के सह संगठन मंत्री प्रो. सुशील कुमार बिस्सु ने पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि आतंकवादियों एवं उनको पोषित करने वालों के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही की जानी चाहिए एवं इस प्रकार की सजा दी जानी चाहिए ताकि वे भविष्य में ऐसी घटनाओं को अंजाम न दे सकें ।
सभा में उपस्थित विश्विद्यालय कर्मचारी संघ के पूर्व अध्यक्ष दिलीप शर्मा ने हिन्दुओं के नाम पूछ पूछ कर की गई हत्या की घोर निंदा की और कहा कि समाज को जातियों से ऊपर उठ कर सामूहिक स्तर पर इसका प्रतिकार करना चाहिए | कर्मचारी संघ के श्री उमाशंकर शर्मा ने कहा कि यह हमला अत्यधिक निन्दनीय है । इस अवसर पर प्रो. ऋतु माथुर, इकाई सचिव प्रो. अरविन्द पारीक, प्रो. सुब्रतो दत्ता, प्रो. प्रवीण माथुर, डॉ. आशीष पारीक, डॉ. लारा शर्मा, डॉ. सुनील टेलर, विनोद जैन, डॉ. सूरज मल राव, डॉ. तपेश्वर कुमार, सुरेन्द्र कुमावत, बंजरंग लाल ढाका, राजकुमार गर्ग, डॉ. स्वतंत्र शर्मा, डॉ. राजु शर्मा, एम के जैन सहित सैंकड़ों की संख्या में शिक्षक, अतिथि शिक्षक, अधिकारी, विद्यार्थी, शोधार्थी और कर्मचारी उपस्थित थे, जिन्होंने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगतों को श्रद्धांजलि अर्पित की । साथ सभी ने संकल्प लिया कि वे आतंकवाद के खिलाफ जागरूकता फैलाने और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने में अपनी भूमिका निभाएंगे।