सर्दियों में क्यों बढ़ जाता है पुरानी चोट का दर्द: जानिए मुख्य कारण और बचाव के उपाय
सर्दियों के आगमन के साथ कई लोगों को वर्षों पुरानी चोटों व जोड़ों के दर्द की अनुभूति अधिक होने लगती है। तापमान में गिरावट के कारण शरीर में कई प्रकार के शारीरिक परिवर्तन होते हैं, जो पहले से मौजूद दर्द को बढ़ा देते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार यह समस्या केवल संयोग नहीं, बल्कि मौसम के प्रभाव से होने वाले वैज्ञानिक कारणों का परिणाम है।
सर्दियों में दर्द बढ़ने के प्रमुख कारण:
वायुमंडलीय दबाव में गिरावट:
मौसम बदलने या ठंड बढ़ने पर वायुदाब कम हो जाता है। इसके कारण जोड़ों के अंदर का द्रव फैलने लगता है, जिससे सूजन और नसों पर दबाव बढ़ता है तथा दर्द उभरने लगता है।
रक्त वाहिकाओं का संकुचन:
ठंड से शरीर अपनी गर्मी बचाने के लिए रक्त वाहिकाओं को संकुचित कर देता है। इससे चोटिल हिस्से में रक्त प्रवाह कम हो जाता है, मांसपेशियां अकड़ जाती हैं और दर्द बढ़ जाता है।
गतिहीनता और विटामिन D की कमी:
ठंड के कारण लोग अक्सर शारीरिक गतिविधि कम कर देते हैं, जिससे मांसपेशियों का लचीलापन घटता है। साथ ही धूप का कम संपर्क विटामिन D की कमी पैदा करता है, जो हड्डियों की कमजोरी और दर्द को बढ़ा सकता है।
दर्द के प्रति संवेदनशीलता बढ़ना:
ठंडा मौसम तंत्रिका तंत्र को प्रभावित करता है, जिससे दर्द की संवेदनशीलता बढ़ जाती है। वही दर्द जो गर्मी में मामूली लगता है, सर्दियों में ज्यादा तीव्र महसूस होता है।
बचाव के उपाय:
शरीर को हमेशा गर्म रखें और ठंडी हवा के सीधे संपर्क से बचें।
हल्का व्यायाम, स्ट्रेचिंग और इनडोर वॉक नियमित रूप से करें ताकि ब्लड सर्कुलेशन बना रहे।
योग और फिजियोथेरेपी की मदद लें तथा डॉक्टर की सलाह से विटामिन D सप्लीमेंट का सेवन करें।
पर्याप्त पानी पिएं, क्योंकि डिहाइड्रेशन भी दर्द बढ़ा सकता है।
दर्द वाले स्थान पर गर्म सिकाई करने से राहत मिल सकती है।
नोट: यह जानकारी विभिन्न चिकित्सा रिपोर्टों एवं विशेषज्ञों की सलाह के आधार पर तैयार की गई है।