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इंडिगो परिचालन संकट के बीच DGCA की बड़ी कार्रवाई — चार फ्लाइट इंस्पेक्टर निलंबित

 

भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो में पिछले कई दिनों से जारी परिचालन संकट को देखते हुए नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने आज एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। परिचालन में बार-बार सामने आ रही गड़बड़ियों और यात्रियों की लगातार बढ़ती परेशानियों को देखते हुए DGCA ने चार फ्लाइट इंस्पेक्टरों को निलंबित कर दिया है

यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब एक दिन पहले ही इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स दूसरी बार DGCA के समक्ष पेश हुए थे और एयरलाइन द्वारा प्रभावित यात्रियों को अतिरिक्त मुआवजा देने की घोषणा की गई थी।

इंडिगो का संकट: प्रमुख तथ्य

इंडिगो लगभग 2300 उड़ानें प्रतिदिन संचालित करती है और घरेलू विमानन बाजार में 60% से अधिक हिस्सेदारी रखती है।

हालिया संकट के बाद कंपनी का मार्केट कैप लगभग 21,000 करोड़ रुपये गिरा है।

पिछले दो दिनों में दिल्ली और बेंगलुरु से 250+ उड़ानें रद्द हो चुकी हैं।

शुक्रवार को बेंगलुरु एयरपोर्ट से 54 उड़ानें (31 आगमन, 23 प्रस्थान) रद्द करनी पड़ीं।

DGCA की जांच और कार्रवाई

DGCA ने इंडिगो के संचालन में आई भारी अव्यवस्था के कारणों की गहन जांच शुरू कर दी है।
जांच समिति में शामिल अधिकारी:

जॉइंट डायरेक्टर जनरल संजय ब्रह्माने

डिप्टी डायरेक्टर जनरल अमित गुप्ता

वरिष्ठ FOI कपिल मंगलीक

FOI लोकेश रामपाल

समिति निम्न बिंदुओं की व्यापक समीक्षा कर रही है:

मानव संसाधन योजना

पायलटों के रोस्टर और ड्यूटी-रेस्ट नियमों का अनुपालन

संचालन में बड़े पैमाने पर आई गड़बड़ियों के कारण

DGCA ने स्पष्ट किया है कि एयरलाइन संचालन में खामियों की जड़ तक पहुंचने के लिए सभी पहलुओं की गहन जांच की जाएगी।

इंडिगो का मुआवजा पैकेज

इंडिगो ने घोषणा की है कि 3, 4 और 5 दिसंबर को प्रभावित हुए यात्रियों को:

₹10,000 के ट्रैवल वाउचर दिए जाएंगे

वाउचर अगले 12 महीनों में किसी भी यात्रा में उपयोग किए जा सकेंगे

जिन यात्रियों ने टिकट ट्रैवल पार्टनर प्लेटफॉर्म से खरीदे हैं, उनसे एयरलाइन ने अनुरोध किया है कि वे अपने विवरण customer.experience@goindigo.in पर भेजें।