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नगर निगम द्वारा लगातार किया जा रहा है राहत एवं बचाव कार्य
4 सितम्बर रात्रि से ही निगम की टीमें जुटी है राहत अभियान में
अजमेर, 7 सितम्बर। अजमेर शहर के हाथीखेडा ग्राम पंचायत क्षेत्र में स्थित ग्राम बोराज में स्वास्तिक नगर के पूर्व में स्थित तालाब की पाल 4 सितम्बर को रात्रि 11.15 बजे क्षतिग्रस्त, टूटने के पश्चात पानी की निकासी अत्यधिक तीव्र प्रवाह से स्वास्तिक नगर होते हुए बांडी नदी की तरफ हुई।
नगर निगम के आयुक्त श्री देशल दान ने बताया कि 4 सितम्बर की रात्रि को स्वास्तिक नगर में स्थित सभी मकानों व अन्य भवनों को नुकसान होने की सूचना प्राप्त होने के तुरन्त बाद नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी मय स्वास्थ्य निरीक्षक, जमादार, लगभग 20 से 30 सफाई कर्मचारी तथा तकनीकी शाखा के कनिष्ठ अभियन्ता, सहायक अभियन्ता एवं अधीषाशी अभियन्ता मौके पर पहुंचें। आमजन व कॉलोनी निवासियों को वहां से सुरक्षित निकाल कर सुरक्षित स्थानों एवं शिविरों में पहुंचाने का कार्य रात्रि में ही पूर्ण किया गया।
उन्होंने बताया कि दूसरे दिन 5 सितम्बर प्रातः 6 बजे से पुनः निगम के स्वास्थ्य अधिकारी मय स्वास्थ्य निरीक्षक, जमादार, लगभग 500 सफाई कर्मचारियों के साथ-साथ तकनीकी शाखा के कनिष्ठ अभियन्ता, सहायक अभियन्ता एवं अधीषाशी अभियन्ता मौके पर पहुंच कर राहत कार्य प्रारम्भ किया गया। इसमें मुख्य मार्गों पर बहकर आया मलबा, मिट्टी, पेड-पौधे हटवाने एवं नालियों को साफ करने का कार्य तीव्र गति से प्रारम्भ किया गया। इसके तहत स्वास्तिक नगर की प्रत्येक गली एवं स्वास्तिक नगर के प्रारम्भ से अन्त तक सम्पूर्ण कॉलोनी में निगम के सफाई कर्मचारियों द्वारा सफाई का कार्य प्रातः 6 बजे से सांय 8 बजे तक निरन्तर किया गया। इस कार्य में मानव संसाधनों के साथ-साथ प्रातः 8 बजे से निगम के पांच जेसीबी मशीन, पांच डम्पर, पांच ट्रेक्टर प्रातः काल से सांय काल तक कार्य पर लगे रहे। इसके साथ-साथ अग्निशमन विभाग के चार वाहन समस्त घरों में आया मिट्टी, मलबा एवं गंदिगी को पानी के माध्यम से साफ करने का कार्य करती रही। इसके साथ ही ट्राम्बे शाखा की दो जेटिंग मशीन भी इन मकानों के सफाई कार्य के लिए तीव्र गति से कार्य कर रही थी। बहाव के साथ विभिन्न पशुओं के बहने से प्रातःकालीन समय में अलग-अलग स्थानों पर मृत पशु पाये गये। इन्हे उठाने का कार्य भी निगम की एक विशेष टीम द्वारा सम्पादित किया गया।
उन्होंने बताया कि तीसरे दिन 6 सितम्बर को प्रातः 6 बजे से पुनः निगम के स्वास्थ्य अधिकारी मय स्वास्थ्य निरीक्षक, जमादार, लगभग 250 सफाई कर्मचारियों के साथ-साथ तकनीकी शाखा के कनिष्ठ अभियन्ता, सहायक अभियन्ता एवं अधीषाशी अभियन्ता मौके पर पहुंचें एवं राहत कार्य प्रारम्भ किया गया। साथ ही साथ विभिन्न स्थानों पर जल बहाव से हुए गढ्ढे एवं मकानों की निवों एवं मकानों के आस-पास गढ्ढों को भरने के लिये मिट्टी के कट्टे इत्यदि मंगवाकर इन गढ्ढों को पूर्ण रूप से भरा गया। इससे मकानों को क्षति ना हो। इसके साथ-साथ अग्निशमन विभाग के चार वाहन, दो जेटिंग मशीन, पांच जेसीबी मशीन, पांच डम्पर, पांच ट्रेक्टर प्रातः काल से सांय काल तक कार्य पर लगे रहे।
उन्होंने बताया कि चौथे दिन 7 सितम्बर को प्रातः 6 बजे से पुनः निगम के स्वास्थ्य अधिकारी मय स्वास्थ्य निरीक्षक, जमादार, लगभग 90 सफाई कर्मचारियों के साथ-साथ तकनीकी शाखा के कनिष्ठ अभियन्ता, सहायक अभियन्ता एवं अधीषाशी अभियन्ता मौके पर पहुंचें एवं राहत कार्य प्रारम्भ किया गया। जिसमें मकानों के आस-पास स्थित प्लॉटों में भरे पानी की निकासी सुनिश्चित की गई। इसके साथ-साथ अग्निशमन विभाग के चार वाहन, दो जेटिंग मशीन, पांच जेसीबी मशीन, पांच डम्पर, पांच ट्रेक्टर प्रातः काल से सांय काल तक कार्य पर लगे रहे।
उन्होंने बताया कि रविवार सुबह ब्रह्मपुरी में 90 पैकेट और आम का तालाब में फूड के 60 पैकेट बाँटे। इसी प्रकार शाम को ब्रह्मपुरी में 90 पैकेट और आम का तालाब में 50 फूड पैकेट बाँटे गए साथ ही ब्रह्मपुरी और आम का तालाब में 50-50 दूध के पैकेट बाँटे गए। कुल 290 खाने के पैकेट और 100 दूध के पैकेट बाँटे गए।