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  अजमेर जिले के बोराज तालाब की पाल टूटी, हजारों घर पानी में डूबे, लोगों की आंखों से छलके आंसू

अजमेर जिले के बोराज तालाब की पाल गुरुवार देर रात करीब 11:15 बजे टूट गई। तेज धार के साथ पानी आसपास की कॉलोनियों में घुस गया, जिससे स्वास्तिक नगर, भारत नगर, रावत नगर, ज्योति नगर, एसएस कॉलोनी और फायसागर रोड के लगभग एक हजार से अधिक घर प्रभावित हुए। अचानक हालात बिगड़ने पर लोग परिवार सहित छतों पर शरण लेने को मजबूर हो गए। पानी के दबाव से कई मकानों को नुकसान पहुंचा।

सूचना मिलते ही सिविल डिफेंस, एसडीआरएफ और नगर निगम की टीमें मौके पर पहुंचीं और ट्रैक्टरों व रेस्क्यू उपकरणों की मदद से लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। बचाव के दौरान कई महिलाएं और बच्चे डर से रोने लगे। जिला कलेक्टर लोकबंधु भी घटनास्थल पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि समय रहते अलर्ट जारी कर दिया गया था, इसलिए कोई जनहानि नहीं हुई।

पहले से जताई गई थी आशंका
दिन में ही मिट्टी के कटाव के कारण पाल टूटने की आशंका जताई गई थी। एहतियातन स्वास्तिक नगर के लगभग 80 मकानों को खाली भी करा लिया गया था। प्रभावित लोगों के लिए राजकीय विद्यालय बोराज में अस्थायी राहत शिविर बनाया गया, जहां भोजन और दवाइयों की व्यवस्था की गई।

सुबह तक हालात सामान्य
ग्राम पंचायत हाथीखेड़ा के सरपंच लालसिंह रावत ने बताया कि शुक्रवार सुबह तक हालात काबू में आ गए। सड़कों और घरों से पानी निकालने के लिए मड पंप लगाए गए। लगभग 20 लोग राहत शिविर में ठहरे, बाकी अपने रिश्तेदारों और परिचितों के पास चले गए।

प्रशासन का दावा बनाम सरपंच का आरोप
कलेक्टर लोकबंधु ने कहा कि बचाव कार्य समय पर शुरू होने के कारण स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। वहीं सरपंच लालसिंह रावत ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि इस समस्या की जानकारी एडीए, नगर निगम और सिंचाई विभाग को पहले से दी गई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं होने से यह हादसा हुआ।