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राधा अष्टमी: सात खास उपाय जो खोलेंगे सौभाग्य और सुख-समृद्धि के द्वार 🌸
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को राधा अष्टमी मनाई जाती है। मान्यता है कि इस दिन श्रीकृष्ण की प्रिय स्वरूपा राधारानी का प्राकट्य हुआ था। श्रद्धा और भक्ति से इस दिन राधा-कृष्ण की पूजा करने से प्रेम, सौभाग्य और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है।
आइए जानते हैं राधा अष्टमी के सात विशेष उपाय:
1️⃣ तुलसी दल अर्पित करें
राधा-कृष्ण की पूजा में तुलसी का विशेष स्थान है। श्रीकृष्ण को तुलसी पत्र अर्पित करने से वैवाहिक जीवन सुखमय होता है और घर में धन-धान्य की वृद्धि होती है।
2️⃣ राधे-राधे नाम का जप करें
“राधे-राधे” नाम का स्मरण करने से भक्त की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। यह जप मन को शांति देता है और भगवान कृष्ण की कृपा तुरंत प्राप्त होती है।
3️⃣ युगल स्वरूप की पूजा करें
राधा अष्टमी पर केवल श्रीकृष्ण नहीं, बल्कि राधा-कृष्ण के युगल स्वरूप की पूजा करें। लाल-पीले फूलों, चंदन और दीपक से उनका श्रृंगार और पूजन करना अत्यंत फलदायी है।
4️⃣ दंपति को भेंट दें
इस दिन किसी विवाहित जोड़े को वस्त्र, श्रृंगार सामग्री या मिठाई उपहार देने से गृहस्थ जीवन में स्थिरता और सौभाग्य आता है।
5️⃣ ब्रजवासी और गौसेवा करें
राधारानी का ब्रजभूमि और गायों से गहरा संबंध है। इस दिन ब्रजवासियों की सेवा या गौशाला में चारा डालने से दरिद्रता दूर होती है और घर में ऐश्वर्य का वास होता है।
6️⃣ राधा-कृष्ण की कथा श्रवण करें
राधा-कृष्ण की लीलाओं को सुनने से मन पवित्र होता है। श्रीमद्भागवत या ब्रज की कथाओं का पाठ इस दिन अत्यंत शुभ माना जाता है।
7️⃣ दान-पुण्य करें
जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र और फल का दान करने से राधा-कृष्ण की कृपा मिलती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
✨ इस राधा अष्टमी पर इन उपायों को अपनाएं और अपने जीवन को प्रेम, शांति और सौभाग्य से भर दें। 🌺