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पेट की रोज़मर्रा की समस्याएं होंगी छूमंतर! आंतों के डॉक्टर ने बताए 7 कारगर नुस्खे
पाचन तंत्र सिर्फ हमारे खाने को पचाने का काम नहीं करता, बल्कि यह इम्युनिटी, मानसिक स्वास्थ्य और दिल की सेहत से भी गहराई से जुड़ा है। अगर पेट बार-बार खराब रहता है, तो शरीर को जरूरी पोषण नहीं मिल पाता, जिससे थकान, कमजोरी और बार-बार बीमार पड़ने जैसी समस्याएं होने लगती हैं। यही वजह है कि बचपन से ही कहा जाता है – “पेट ठीक, तो शरीर स्वस्थ।”
लेकिन क्या हम सच में अपने पाचन स्वास्थ्य का ध्यान रखते हैं? आजकल गैस, एसिडिटी, कब्ज, डायरिया, पेट दर्द जैसी समस्याएं इतनी आम हो गई हैं कि हर घर में कोई न कोई इनसे जूझता नजर आता है। इसकी सबसे बड़ी वजह हमारी बदली हुई लाइफस्टाइल और गलत खानपान है।
लंबे समय तक पेट से जुड़ी परेशानियों को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। इससे अल्सर, फैटी लिवर, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) और यहां तक कि पेट का कैंसर होने का खतरा भी बढ़ सकता है।
अच्छी खबर यह है कि मशहूर गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी ने पेट की रोजमर्रा की दिक्कतों को दूर रखने के लिए 7 बेहद असरदार टिप्स दिए हैं।
🔹 क्यों बिगड़ता है पाचन स्वास्थ्य?
ज्यादातर समय बैठे रहना और शारीरिक गतिविधि की कमी
ज्यादा तेल-मसालेदार और फास्ट फूड का सेवन
अनियमित खानपान और नींद की कमी
तनाव (Stress)
ये सारी चीजें मिलकर पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाती हैं।
🔹 डॉ. सेठी के 7 पाचन सुधार टिप्स:
खाने में मसाले और औषधियां शामिल करें
हल्दी, अदरक और सौंफ न सिर्फ स्वाद बढ़ाते हैं बल्कि सूजन कम करने और पाचन ठीक रखने में मदद करते हैं।
हल्के हरे केले खाएं
इनमें रेजिस्टेंट स्टार्च ज्यादा होता है, जो आंतों के अच्छे बैक्टीरिया को पोषण देता है और शुगर भी नियंत्रित रहती है।
तनाव को नियंत्रित रखें
ज्यादा तनाव वेगस नर्व को प्रभावित करता है, जिससे पेट फूलना, कब्ज और पाचन संबंधी दिक्कतें बढ़ जाती हैं।
फर्मेंटेड फूड्स का सेवन करें
योगर्ट, किमची जैसी चीजें आंतों के गुड बैक्टीरिया को बढ़ाती हैं, जिससे पाचन और इम्युनिटी दोनों मजबूत होते हैं।
ब्लूबेरी और अनार को डाइट में शामिल करें
ये एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर हैं और आंतों की सेहत के लिए फायदेमंद हैं।
फाइबर और पानी का सेवन बढ़ाएं
रोजाना पर्याप्त पानी पिएं और फाइबरयुक्त भोजन खाएं ताकि पेट साफ रहे।
गट हेल्थ से मूड जुड़ा है
खुश रखने वाले हार्मोन सेरोटोनिन का 90% हिस्सा आंतों में बनता है। इसलिए पाचन ठीक रहेगा तो मूड भी बेहतर रहेगा।
🔔 ध्यान रखें: एसिडिटी, कब्ज जैसी छोटी समस्याओं को हल्के में न लें। यह शरीर का अलार्म है कि अब अपनी लाइफस्टाइल सुधारने का समय आ गया है।
📌 यह जानकारी विभिन्न मेडिकल रिपोर्ट्स के आधार पर तैयार की गई है।