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27 अगस्त से शुरू होगा गणेश उत्सव, जानिए श्रीगणेश की महिमा और तिथि
इस वर्ष गणेश उत्सव 27 अगस्त 2025 से शुरू होगा। भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को मनाया जाने वाला यह पर्व भगवान श्रीगणेश के आगमन और 11 दिवसीय उत्सव का शुभारंभ होगा।
गणेश जी क्यों कहलाते हैं प्रथम पूज्य?
हिंदू परंपरा में किसी भी धार्मिक अनुष्ठान की शुरुआत गणपति की पूजा से होती है। उन्हें विघ्नहर्ता कहा जाता है, जो जीवन से सभी बाधाओं को दूर कर देते हैं। यही कारण है कि देवताओं में भी सबसे पहले पूजे जाने का गौरव गणपति को प्राप्त है।
गणेश जन्म की कथा
शिवपुराण के अनुसार माता पार्वती ने उबटन से एक बालक का निर्माण कर उसे द्वारपाल बना दिया। भगवान शिव के आगमन पर जब बालक ने उन्हें भीतर जाने से रोका, तो शिव ने उसका मस्तक काट दिया। पार्वती के शोक और क्रोध शांत करने के लिए शिव ने हाथी का सिर उस बालक के धड़ पर स्थापित किया और उसे "गजानन" नाम दिया। उसी समय यह वरदान भी दिया गया कि गणपति सबसे पहले पूजे जाएंगे और गणों के अधिपति कहलाएंगे।
गणेश जी की विशेषताएं
गणेश जी लोकमंगल के देवता हैं। वे रिद्धि-सिद्धि के स्वामी और संपन्नता के दाता हैं। उन्हें दूर्वा और मोदक अत्यंत प्रिय हैं। भक्तगण इसी भाव से उन्हें प्रसन्न करते हैं।
गणेश चतुर्थी 2025 की तिथि
पंचांग के अनुसार चतुर्थी तिथि 26 अगस्त को दोपहर 1:55 बजे शुरू होगी और 27 अगस्त को दोपहर 3:45 बजे तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार गणेश चतुर्थी का पर्व 27 अगस्त को ही मनाया जाएगा। इसी दिन से गणेशोत्सव का शुभारंभ होगा, जो 11 दिनों तक धूमधाम से मनाया जाएगा और अनंत चतुर्दशी को गणेश विसर्जन के साथ पूर्ण होगा।