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हाइब्रिड या फ्लेक्सी कैप फंड: नए निवेशकों के लिए कौन सा बेहतर?
म्यूचुअल फंड में निवेश शुरू करने वाले निवेशकों के लिए सबसे बड़ा सवाल होता है कि कौन-सा फंड सही रहेगा। अक्सर हाइब्रिड फंड और फ्लेक्सी कैप फंड के बीच चयन को लेकर भ्रम रहता है।
हाइब्रिड फंड्स: सुरक्षित शुरुआत
हाइब्रिड फंड्स इक्विटी, डेट और अन्य एसेट्स में निवेश करते हैं। यानी जोखिम और रिटर्न दोनों का संतुलन बना रहता है।
यह फंड नए निवेशकों के लिए बेहतर माने जाते हैं।
अल्पकालिक लक्ष्यों (6 महीने से 3 साल) के लिए उपयुक्त हैं।
स्थिरता और मध्यम रिटर्न प्रदान करते हैं।
👉 Money Mantra के संस्थापक विरल भट्ट का सुझाव है कि नए निवेशकों को हाइब्रिड फंड्स से शुरुआत करनी चाहिए। अनुभव बढ़ने के बाद 2-3 साल में फ्लेक्सी कैप फंड्स भी पोर्टफोलियो में जोड़े जा सकते हैं।
फ्लेक्सी कैप फंड्स: लंबी अवधि के लिए
फ्लेक्सी कैप फंड्स पूरी तरह इक्विटी आधारित होते हैं और लार्ज, मिड व स्मॉल कैप स्टॉक्स में निवेश करते हैं।
ये ज्यादा जोखिम भरे जरूर हैं, लेकिन लंबी अवधि (5-7 साल) के लिए बेहतर रिटर्न दे सकते हैं।
खासकर आईटी जैसे सेक्टर्स में, जहां फिलहाल आकर्षक वैल्यूएशन दिख रहा है, फ्लेक्सी कैप फंड लंबी अवधि के निवेशकों को फायदा पहुंचा सकते हैं।
हाइब्रिड फंड्स के कुछ अच्छे विकल्प
अगर आप हाइब्रिड फंड्स में SIP शुरू करना चाहते हैं, तो ये विकल्प ध्यान में रख सकते हैं:
Aggressive Hybrid: ICICI इक्विटी एंड डेट फंड
Balanced Advantage: HDFC बैलेंस्ड एडवांटेज फंड
Conservative Hybrid: SBI कंजर्वेटिव फंड
Multi-Asset: फाइव टोक मल्टी एसेट फंड
👉 नतीजा यह है कि नए निवेशकों को शुरुआत हाइब्रिड फंड्स से करनी चाहिए, और निवेश अनुभव बढ़ने के बाद धीरे-धीरे फ्लेक्सी कैप फंड्स जोड़ना समझदारी भरा कदम होगा।