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30 की उम्र के बाद हड्डियां हो रही हैं कमजोर? अपनाएं ये 7 योगासन, हड्डियां होंगी स्टील जैसी मजबूत

 

30 की उम्र के बाद महिलाओं के शरीर में कई बदलाव शुरू हो जाते हैं। कैल्शियम की कमी और हार्मोनल असंतुलन के कारण हड्डियों की मजबूती घटने लगती है। यही वजह है कि इस उम्र के बाद बोन डेंसिटी (Bone Density) कम होने लगती है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस, जोड़ों का दर्द और फ्रैक्चर जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं।

कैल्शियम और विटामिन D के साथ-साथ योगासन हड्डियों को मजबूत बनाने का बेहतरीन उपाय है। नियमित योगाभ्यास से न सिर्फ हड्डियां मजबूत होती हैं, बल्कि मांसपेशियों की लचीलापन और ताकत भी बढ़ती है।

अगर आप चाहती हैं कि आपकी हड्डियां लंबी उम्र तक हेल्दी रहें, तो रोजाना ये 7 योगासन जरूर करें:

1. वृक्षासन

बैलेंस और पोस्टर सुधारता है।

पैरों और हड्डियों को मजबूती देता है।

ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव में मददगार।

2. त्रिकोणासन

रीढ़, पैरों और कूल्हों की हड्डियों को स्ट्रेंथ देता है।

कैल्शियम अवशोषण (absorption) को बेहतर करता है।

3. भुजंगासन

रीढ़ और पीठ को मजबूत बनाता है।

ऑस्टियोपोरोसिस के शुरुआती लक्षणों से राहत दिलाता है।

4. सेतुबंधासन

रीढ़, कूल्हों और पैरों को मजबूती देता है।

पीठ दर्द और हड्डियों की कमजोरी को कम करता है।

5. पश्चिमोत्तानासन

हड्डियों और मांसपेशियों की फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ाता है।

कमर और पैरों पर सकारात्मक असर डालता है।

6. उत्कटासन

पैरों, घुटनों और जांघों की हड्डियों को मजबूत करता है।

मांसपेशियों को टोन करने में मददगार।

7. सूर्य नमस्कार

पूरे शरीर को सक्रिय करता है।

रक्त संचार बेहतर बनाकर बोन हेल्थ को बढ़ाता है।

👉 ध्यान रखें: किसी भी आसन की सही पोज़िशन और टेक्निक जानने के लिए योग विशेषज्ञ से मार्गदर्शन लेना जरूरी है।