
गणेश उत्सव (Ganesh Utsav) कैसे मनाएं
1. गणेश जी की स्थापना
गणेश चतुर्थी के दिन गणेश जी की मूर्ति घर लाएं।
मूर्ति को चौकी पर लाल, पीला या हरा कपड़ा बिछाकर स्थापित करें।
गंगाजल से मूर्ति को पवित्र करें।
दूर्वा घास, लाल फूल और मोदक गणेश जी को अर्पित करें।
2. पूजा विधि
प्रतिदिन गणेश जी की आरती करें और “ॐ गं गणपतये नमः” मंत्र का जाप करें।
गणेश अथर्वशीर्ष या गणपति स्तोत्र का पाठ करें।
मोदक, फल और मिठाई का भोग लगाकर प्रसाद परिवार और मित्रों में बांटें।
3. उत्सव के दिन
पूरे 10 दिनों तक सुबह-शाम पूजा करें।
घर में भक्ति, भजन और आरती का माहौल बनाएं।
4. गणेश विसर्जन
11वें दिन विसर्जन से पहले विशेष पूजा करें।
गणेश जी की मूर्ति को जुलूस या परिवार सहित जलाशय तक ले जाएं।
विसर्जन करते समय “गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ” का जयकारा लगाएं।
5. पर्यावरण अनुकूल तरीके
प्लास्टर ऑफ पेरिस (POP) की मूर्तियों का प्रयोग न करें।
मिट्टी से बनी मूर्ति या पर्यावरण मित्र मूर्तियों का उपयोग करें।
यदि संभव हो तो घर पर ही प्रतीकात्मक विसर्जन करें (जैसे जल की बाल्टी या टब में), और मिट्टी को पौधों में मिलाएं।