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विपक्ष के हंगामे के बीच लोकसभा की कार्यवाही बाधित, दोनों सदन दोपहर 2 बजे तक स्थगित

 

नई दिल्ली: संसद के मॉनसून सत्र के दौरान सोमवार को विपक्ष के तीव्र विरोध प्रदर्शन के चलते लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही को एक बार फिर बाधित कर दिया गया। हंगामे के चलते दोनों सदनों को दोपहर 2 बजे तक स्थगित करना पड़ा।

लोकसभा में पेश हुआ जन विश्वास (संशोधन) विधेयक, 2025

वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने लोकसभा में जन विश्वास (प्रावधानों में संशोधन) विधेयक, 2025 पेश किया। इस विधेयक का उद्देश्य कुछ कानूनों के तहत छोटे-मोटे अपराधों को अपराध-मुक्त करना है, जिससे जीवन और व्यापार को सरल बनाया जा सके। यह विधेयक विश्वास-आधारित शासन को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

राज्यसभा सांसदों के लिए भाजपा का व्हिप

ओबीसी (पिछड़ा वर्ग कल्याण) समिति के चुनाव 19 अगस्त को प्रस्तावित हैं। इसे ध्यान में रखते हुए भाजपा ने अपने राज्यसभा सांसदों के लिए तीन लाइन का व्हिप जारी किया है। इसके तहत सदस्यों को 11 बजे से 2 बजे के बीच संसद भवन के कक्ष संख्या 63 में मतदान के लिए उपस्थित रहने के निर्देश दिए गए हैं।

विपक्ष का जोरदार विरोध प्रदर्शन

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, सपा प्रमुख अखिलेश यादव, और तृणमूल कांग्रेस नेता अभिषेक बनर्जी सहित INDIA गठबंधन के सांसदों ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के खिलाफ संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने भाजपा और चुनाव आयोग पर 'वोट चोरी' के गंभीर आरोप लगाए।

हंगामे के चलते कार्यवाही बार-बार स्थगित

लोकसभा की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, विपक्षी सांसदों ने नारेबाजी शुरू कर दी और कुछ सदस्य वेल में आ गए। लोकसभा अध्यक्ष ने सांसदों को समझाने का प्रयास किया और चेतावनी दी कि यदि किसी ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके बावजूद हंगामा जारी रहा, जिसके चलते सदन को पहले दोपहर 12 बजे तक और फिर 2 बजे तक स्थगित करना पड़ा।

चुनाव आयोग की भूमिका पर विपक्ष का सवाल

कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "हमने संविधान की शपथ ली है कि देश के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। चुनाव आयोग से हम सच्चाई की उम्मीद करते हैं, लेकिन वह उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की तरह व्यवहार कर रहा है। आयोग को खुद जांच कर आंकड़े सार्वजनिक करने चाहिए थे, न कि राहुल गांधी से हलफनामा मांगना चाहिए था।"

गौरव गोगोई का NDA और चुनाव आयोग पर तंज

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने महाराष्ट्र के राज्यपाल सी. पी. राधाकृष्णन को एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि INDIA गठबंधन इस पर चर्चा कर रहा है और जल्द ही साझा रुख सामने आएगा।

साथ ही उन्होंने चुनाव आयोग पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए कहा, “जब भाजपा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, तब आयोग ने उनसे कोई सवाल नहीं पूछा। मुख्य चुनाव आयुक्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं करनी चाहिए थी, इससे उनके संवैधानिक पद की गरिमा को ठेस पहुंची है।”