
श्रीकृष्ण जन्मभूमि भावविभोर करने वाला अनुभवः- भदेल
श्रीकृष्ण जन्मभूमि भावविभोर करने वाला अनुभवः- भदेल
भदेल के नेतृत्व में मातृशक्ति व कार्यकर्ताओं की धार्मिक यात्रा:- वृंदावन, मथुरा, गिरीराज जी एवं मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व पर आयोजित, वृंदावन यात्रा के बाद पहुँचे मथुराः-भदेल
अजमेर। अजमेर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र की विधायक श्रीमती अनिता भदेल के नेतृत्व में 17 अगस्त 2025 को मातृशक्ति एवं कार्यकर्ताओं की भव्य धार्मिक यात्रा मथुरा, गिरीराज जी और मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन के साथ सम्पन्न हुई। यह यात्रा मातृशक्ति मानसून फेस्ट 2025 को सफल बनाने में योगदान देने वाले कार्यकर्ताओं और मातृशक्ति को प्रोत्साहित एवं सम्मानित करने के उद्देश्य से आयोजित की गई।
विधायक भदेल ने कहा कि “मातृशक्ति और कार्यकर्ताओं के समर्पण से ही समाज में सांस्कृतिक और धार्मिक चेतना को बल मिलता है। यह यात्रा उन्हें आध्यात्मिक ऊर्जा देने और उनके प्रयासों की सराहना हेतु आयोजित की गई है। सभी कार्यकताओं ओर मातृशक्ति की इच्छा पर यह धार्मिक यात्रा सभी को कराई जा रही है।
विधायक श्रीमती अनिता भदेल ने यात्रा की जानकारी देते हुए बताया कि यह यात्रा न केवल एक साधारण तीर्थयात्रा थी, बल्कि समाजसेवा में योगदान देने वाले कार्यकर्ताओं और मातृशक्ति के सम्मान का प्रतीक भी बनी। रविवार, 17 अगस्त की सुबह जब यात्रा दल मथुरा पहुँचा, तो सबसे पहले सभी ने भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि के दर्शन किए।
श्रीकृष्ण जन्मभूमि:- भावविभोर करने वाला अनुभव
विधायक भदेल ने बताया कि मथुरा की पावन भूमि पर स्थित श्रीकृष्ण जन्मभूमि के दर्शन करते हुए श्रद्धालु गहरे आध्यात्मिक अनुभव से गुजर रहे थे। जन्मभूमि परिसर में लगातार गूंज रहे भक्ति गीत और हर ओर से उठते जयकारों ने वातावरण को पूर्णतः कृष्णमय कर दिया। श्रद्धालुओं ने हाथ जोड़कर नंदलाल के समक्ष प्रार्थना की और अपने जीवन को धन्य अनुभव किया। विधायक भदेल ने कहा कि “जन्मभूमि के दर्शन मात्र से ही मन पवित्र हो उठता है और भक्ति-भाव अपने आप हृदय में उतर आता है।”
गिरीराज जी की परिक्रमा:- पूछरी के लोटा में अद्भुत दर्शन
श्रीकृष्ण जन्मभूमि के दर्शन के पश्चात यात्रा दल गिरीराज महाराज की परिक्रमा हेतु पूछरी के लोटा पहुँचा। यहाँ सभी ने परिक्रमा कर गिरीराज जी से आशीर्वाद प्राप्त किया। दर्शन के उपरांत सभी ने सामूहिक रूप से प्रसाद स्वरूप भोजन ग्रहण किया, जिसे हर किसी ने प्रभु की कृपा मानकर स्वीकार किया। यात्रा के इस पड़ाव ने श्रद्धालुओं को भक्ति और संतोष की अनुभूति कराई।
दानघाटी में गिरीराज जी का आशीर्वाद
विधायक भदेल ने बताया कि सभी कार्यकर्ताओं एवे मातृशक्ति ने दानघाटी मंदिर में गिरीराज महाराज के भी दर्शन किए। यहाँ की भक्ति-लहर और भक्तों की भीड़ देखकर यात्रा में आये सभी भावविभोर हो उठे।
मेहंदीपुर बालाजी:-भक्ति का अंतिम पड़ाव
दिनभर के धार्मिक कार्यक्रमों के बाद शाम को सभी मेहंदीपुर बालाजी पहुँचे। बालाजी महाराज के दरबार में पहुँचकर सभी ने आरती और पूजा-अर्चना की। विधायक भदेल ने भी बालाजी महाराज से सभी की समृद्धि और सभी कार्यकर्ताओं के कल्याण की कामना की।
अजमेर लौटकर कार्यक्रम का समापन
देर रात तक यह यात्रा दल अजमेर लौटा और राधागोविन्द धाम, आदर्शनगर में पहुँचकर समापन दर्शन किए। यहाँ अंतिम चरण में सभी ने प्रभु के चरणों में नमन किया और यात्रा की सफलता के लिए आभार व्यक्त किया।
वृंदावन यात्रा:- पूर्व दिवसों का भक्ति अनुभव
इससे पूर्व 15 अगस्त की रात्रि को अजमेर से दो बसों में लगभग 100 कार्यकर्ताओं व मातृशक्ति रवाना हुए थे। विधायक अनिता भदेल के नेतृत्व में यह दल 16 अगस्त की प्रातः 04 बजे वृंदावन पहुँचा।
प्रातः 6 बजे श्री अमर कोठारी के नेतृत्व में बाँके बिहारी जी के दर्शन कर यात्रा का आरम्भ हुआ। इसके बाद श्रद्धालुओं ने राधा वल्लभ जी और राधारमण जी के दर्शन किए। स्नान और दोपहर बाद प्रेम मंदिर की भव्यता ने सभी को अभिभूत कर दिया।
16 अगस्त की रात्रि को टीएफसी में भजन संध्या का आयोजन किया गया। यहाँ रात्रि बजे से मध्यरात्रि तक भजनों की गूंज रही और श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की विशेष झांकी ने वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
वृंदावन की झांकियों का भव्य दर्शनः-भदेल
विधायक भदेल ने बताया कि इससे पूर्व दिनांक 16 अगस्त को वृंदावन में जन्माष्टमी महोत्सव के अवसर पर सभी ने भव्य झांकियों का आनंद लिया। श्रीकृष्ण जन्म झांकी रात 12 बजे कृष्ण जन्म की झांकी प्रस्तुत की गई। पालने में विराजमान लड्डू गोपाल की छवि देखकर भक्तगण भाव-विभोर हो उठे। गोवर्धन पर्वत धारण झांकी भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत उठाने की झांकी ने भक्तों को बचपन की कथाओं में ले जाकर भक्ति-भाव से भर दिया। माखन चोरी झांकी छोटे-छोटे बालकों ने बाल कृष्ण के स्वरूप में माखन मटकी तोड़ने का दृश्य प्रस्तुत किया। यह दृश्य सभी को मंत्रमुग्ध कर गया। रासलीला झांकी वृंदावन के सांस्कृतिक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत रासलीला की झांकी ने वातावरण को भक्ति-रस में सराबोर कर दिया।
सेवा और भक्ति का संगमः- भदेल
विधायक अनिता भदेल ने कहा कि “समाज और राष्ट्र निर्माण में मातृशक्ति व कार्यकर्ताओं का योगदान सर्वाेपरि है। इस यात्रा का उद्देश्य न केवल उनका सम्मान करना है, बल्कि उन्हें धार्मिक और आध्यात्मिक शक्ति से जोड़ना भी है। जब कार्यकर्ताओं को उनके प्रयासों की सराहना मिलती है तो उनका उत्साह दोगुना हो जाता है और वे और अधिक समर्पण से समाज सेवा में लगते हैं।”
उन्होंने कहा कि मातृशक्ति मानसून फेस्ट 2025 में मातृशक्ति और कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी ने इस आयोजन को सफल बनाया। यही कारण है कि इस धार्मिक यात्रा के माध्यम से सभी को प्रोत्साहित किया गया।